नयी दिल्ली : लगातार महंगाई की मार झेल रही आम जनता को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. अच्छे दिनों की बाट जोह रहे मध्यम वर्ग परिवारों के लिए खुशखबरी यह है कि खुदरा महंगाई दरों में गिरावट आयी है. खुदरा महंगाई दर घटकर 6.46 प्रतिशत रह गयी है.यह जनवरी के बाद सबसे कम है.
देश में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आधार पर गणना की शुरुआत जनवरी 2012 में ही हुयी थी. फलों और सब्जियों के दामों में गिरावट आने से महंगाई दर घटे हैं. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित सकल खाद्य मुद्रास्फीति सितंबर में घटकर 7.67 प्रतिशत रह गयी जो कि इससे पिछले महीने (अगस्त) में 9.35 प्रतिशत तथा एक साल पहले सितंबर 2013 में 11.75 प्रतिशत थी.
सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति में जुलाई के बाद से ही गिरावट आ रही है. खुदरा मुद्रास्फीति के अगस्त के संशोधित आंकडों में यह 7.73 प्रतिशत रही. इसमें अनुमान से ज्यादा गिरावट दर्ज की गयी. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकडों के अनुसार सब्जियों के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति सितंबर में 8.59 प्रतिशत रही जो अबस्त में 15.15 प्रतिशत थी. इसी तरह फलों की मुद्रास्फीति सितंबर में 22.4 प्रतिशत रही जो अगस्त में 24.27 प्रतिशत थी.
इसी तरह प्रोटीन वाले उत्पाद अंडे, मछली व मीट के भाव में सितंबर में अगस्त की अपेक्षाकृत कम वृद्धि देखने को मिली. थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकडे कल जारी होंगे जो कि अगस्त में 3.74 प्रतिशत थी. उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वैमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा करते समय मुख्य रुप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति पर नजर रखता है.
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