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दूसरी तिमाही में रिलायंस का शुद्ध लाभ बढकर 5,972 करोड रुपये

नयी दिल्‍ली : इस वित्‍तीय वर्ष के दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्‍ट्री का शुद्ध लाभ बढ़कर 5,972 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वित्‍त वर्ष की तुलना में इसमें 1.7 प्रतिशत की वृद्धि है. देखा जाये तो यह मामूली वृद्धि है. पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 5,873 करोड रुपये रहा […]

नयी दिल्‍ली : इस वित्‍तीय वर्ष के दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्‍ट्री का शुद्ध लाभ बढ़कर 5,972 करोड़ रुपये हो गया. पिछले वित्‍त वर्ष की तुलना में इसमें 1.7 प्रतिशत की वृद्धि है. देखा जाये तो यह मामूली वृद्धि है. पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 5,873 करोड रुपये रहा था.

कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तिमाही के दौरान उसका शुद्ध लाभ 1.7 प्रतिशत बढकर 5,972 करोड रुपये या 20.3 रुपये प्रति शेयर रहा. पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 5,873 करोड रुपये या 20 रुपये प्रति शेयर रहा था. दुनिया के सबसे बडे तेल रिफाइनरी परिसर की परिचालक रिलायंस इंडस्टरीज ने दूसरी तिमाही में प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 8.3 डालर की कमाई की.

एक साल पहले कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन 7.7 डालर प्रति बैरल रहा था. हालांकि, कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन अप्रैल-जून तिमाही के 8.7 डालर प्रति बैरल से कम रहा. कच्चे तेल के दाम में कमी तथा रिफाइनिंग व तेल एवं गैस कारोबार मात्रा के हिसाब से कम रहने की वजह से तिमाही के दौरान कंपनी की आय 4.3 प्रतिशत घटकर 1,13,396 करोड रुपये रह गयी. इसी तरह निर्यात भी 14.7 प्रतिशत घटकर 66,065 करोड रुपये यानी 10.7 अरब डालर रह गया.

इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 77,428 करोड रपये का निर्यात किया था. बयान में कहा गया है कि रिफाइनरी कारोबार से कंपनी का कर पूर्व लाभ 18.5 प्रतिशत बढकर 3,844 करोड रुपये रहा. हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल कीमतों में गिरावट की वजह से आमदनी 5.9 प्रतिशत घटकर 1,03,590 करोड रुपये रह गयी. कंपनी की पेट्रोरसायन आमदनी 2,361 करोड रुपये पर स्थिर रही, जबकि तेल एवं गैस कारोबार से कर पूर्व लाभ 14.4 प्रतिशत घटकर 818 करोड रुपये रह गया.

रिलायंस इंडस्टरीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का प्रदर्शन हमारे एकीकृत कारोबारी परिचालन की ताकत को दर्शाता है. रिफाइनिंग और पेट्रोरसायन कारोबार ने एक बार फिर अच्छे नतीजे दिए और उनका प्रदर्शन क्षेत्रीय उद्योग के बेंचमार्क से बेहतर रहा. अंबानी ने कहा कि कंपनी अगले 12 से 18 माह के दौरान उर्जा व उपभोक्ता कारोबार के क्षेत्र में बडे निवेश कार्यक्रम को पूरा करेगी जिससे शेयरधारकों को उनके निवेश में काफी लाभ मिल सकेगा.

रिलायंस इंडस्टरीज पेट्रोरसायन उत्पादन क्षमता बढाने तथा फीड व ईंधन की लागत को कम करने के लिए लगभग 16 अरब डालर का निवेश कर रही है. तिमाही के दौरान रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी ने 1.73 करोड टन तेल का प्रसंस्करण किया, जो स्थापित क्षमता का 112 प्रतिशत बैठता है. तिमाही के दौरान कंपनी का ऋण का बोझ बढकर 1,42,084 करोड रुपये पर पहुंच गया, जो 30 जून, 2014 को 1,35,769 करोड रुपये था.

30 सितंबर तक कंपनी के हाथ में 83,456 करोड रुपये की नकदी थी. इससे पिछली तिमाही के अंत तक कंपनी के पास 81,559 करोड रुपये की नकदी थी. बंबई शेयर बाजार में कंपनी का शेयर आज 0.3 प्रतिशत के नुकसान से 957.90 रुपये पर बंद हुआ.

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