महिलाओं को मां बनने से रोकने के लिए फेसबुक-एप्पल ने की 20 हजार डॉलर की पेशकश

न्‍यूयार्क: सोशल मीडिया जाइंट कंपनी फेसबुक और एंड्रायड फोन बनाने वाली जानी मानी कंपनी एप्‍पल ने अपनी कंपनीमें कात कर रही महि‍ला कर्मचारियों के लिए एक अनोखा प्रस्‍ताव रखा है. दरअसल फेसबुक और एप्‍पल कंपनी में कार्यरत महिलाओं की सेवाओं को लगातार बनाए रखने के लिए कंपनी ने ऐसा निर्णय लिया है. इसके लिए ये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2014 2:30 PM

न्‍यूयार्क: सोशल मीडिया जाइंट कंपनी फेसबुक और एंड्रायड फोन बनाने वाली जानी मानी कंपनी एप्‍पल ने अपनी कंपनीमें कात कर रही महि‍ला कर्मचारियों के लिए एक अनोखा प्रस्‍ताव रखा है. दरअसल फेसबुक और एप्‍पल कंपनी में कार्यरत महिलाओं की सेवाओं को लगातार बनाए रखने के लिए कंपनी ने ऐसा निर्णय लिया है. इसके लिए ये कंपनियां महिला कर्मचारियों के अंडाणु को लंबे समय तक फ्रीज करने की सुविधा प्रदान करेगी, जिसके द्वारा बाद में भी मां बनने की इच्‍छा होने पर इन अंडाणुओं का इस्‍तेमाल किया जा सके.

कंपनियों का मानना है कि इस पहल से कंपनी में महिलाओं की भागीदारी बनी रहेगी. इसके लिए इन कंपनियों ने अपनी महिला कर्मचारियों को 20 हजार डॉलर ने का निर्णय लिया है ताकि वो महि‍लाएं जो मां बनने का सपना देख रही हैं वह कुछ समय के लिए इस सपने को टाल दें. फेसबुक और एप्‍पल अपनी महिला कर्मचारियों को एग फ्रीजिंग के लिए अच्‍छी खासी रकम खर्च कर रही है.
एनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने इसके लिए महिला कर्मचारी को पैसे देना भी शुरु कर दिया है. जबकि एप्‍पल 2015 से इस सुवि‍धा को प्रदान करने जा रही है. अंडाणुओं के फ्रीजिंग टेक्‍नीक के द्वारा इसे सबजीरो डिग्री के तापमान पर प्रीजर्व किया जाता है ताकि बाद मे जब इसकी जरूरत पडे तो इसका इस्‍तेमाल किया जा सके. इस टेक्‍नीक में करीब 1000 डॉलर खर्च आता है. इसके लिए स्‍टोरेज के लिए हर साल कुछ डॉलर देने होते हैं. बाद में अंडाणुओं को फर्टीलाइज करके गर्भाशय में इंप्‍लांट करने के लिए भी कुछ पैसे देने होंगे.
जानकारों का मानना है कि कंपनियों के तरफ से महिलाओं को दिया गया प्रस्‍ताव उन महिलाओं के लिए उपयोगी साबित होगा जिन्‍हें जिंदगी के मुकाम पर करियर या परिवार को चुनने का फैसला करना पडता है्. ऐसे में कई महिलाएं जो कंपनियों में अच्‍छा परफार्म कर रही हैं, उन्‍हें भी प्रेगनेंसी के कारण जॉब छोडने की जरूरत महसूस होने लगती है.
वहीं कुछ लोग इस पहल को महिलाओं को ‘अपनी आत्मा को कंपनियों को बेच देने’ का प्रलोभन देने की कंपनियों की चाल के तौर पर देख रहे हैं.दोनों कंपनियां गर्भाधान संबंधी इलाज और गोद लेने के लिए कर्मचारियों को पैसे देने की योजना पहले से चला रही हैं. फेसबुक नए माता-पिता बने कर्मचारियों को ‘बेबी कैश’ के तौर पर 4,000 डॉलर देने के लिए मशहूर है. कर्मचारी इसका उपयोग अपनी मर्जी से कर सकते हैं.
यह बात माइक्रोसाफ्ट के मुख्य कार्यकारी सत्य नडेला के द्वारा महिलाओं के खिलाफ की गयी एक टिप्‍पणी के बाद सामने आयी है. नडेला ने कहा था कि महिला कर्मचारियों को वेतन में बढोतरी की मांग करने की बजाय अपने कर्म पर विश्वास करना चाहिए. उपयुक्त वेतन वृद्धि को व्यवस्था पर छोड देना चाहिए.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version