नयी दिल्ली : पंद्रहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह नौ नवंबर, 2020 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. आयोग ने वित्त वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक पांच वर्ष की अवधि के लिए तैयार रिपोर्ट पर विचार-विमर्श का कार्य शुक्रवार को समाप्त कर लिया. मालूम हो कि पर्ष 2020-21 के लिए 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट दिसंबर 2019 में ही राष्ट्रपति को सौंपी जा चुकी है.
Ahead of submitting the Commission's 2021-26 Report to the President on 9 November 2020, XVFC Chairman @NKSingh_MP, Members and the Secretary met for a signing ceremony in Delhi today. pic.twitter.com/LaPMJOxrkg
— Finance Commission of India (@15thFinCom) October 30, 2020
The 15th Finance Commission concluded their deliberations on the Report for the year 2021-2022 to 2025-2026 today. The Report was signed by Chairman Shri NK Singh and Members Shri Ajay Narayan Jha, Prof Anoop Singh, Dr Ashok Lahiri and Dr Ramesh Chand.https://t.co/z3xmKkV9RN
— Finance Commission of India (@15thFinCom) October 30, 2020
इस विचार-विमर्श में 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह, सदस्य अजय नारायण झा, प्रोफेसर अनूप सिंह, डॉ अशोक लाहिड़ी और डॉ रमेश चंद शामिल हुए. विचार-विमर्श के बाद अध्यक्ष और सदस्यों ने रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किये.
रिपोर्ट को केंद्र और राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय, पिछले वित्त आयोग के अध्यक्ष और सदस्य, आयोग की परामर्श परिषद, विशेषज्ञों, अकादमिक संस्थानों के विद्वानों और बहुआयामी संस्थानों से विस्तृत विचार-विमर्श के बाद अंतिम रूप दिया गया है.
वित्त आयोग यह रिपोर्ट अगले महीने प्रधानमंत्री को भी सौंपा जायेगा. केंद्रीय वित्त मंत्री सरकार द्वारा की गयी कार्रवाई रिपोर्ट के साथ इसे संसद में पेश करेंगे. रिपोर्ट में अगले पांच वर्षों के लिए सिफारिशें संकलित की गयी हैं.
15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह ने इसी माह में कहा था कि वित्तीय नियमों को लागू करने के लिए वित्तीय परिषद जैसा भरोसेमंद और स्वतंत्र वित्तीय संस्थान के गठन और क्रियान्वयन व्यवस्था लागू किया जाना चाहिए.
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