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डीजल को नियंत्रणमुक्त करने पर मूडी ने की भारत की रेटिंग पॉजिटिव
मुंबई : अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग पॉजिटिव कर दी है. पूर्व में इससे भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग को स्थिर श्रेणी में कर दिया था. भारत को लेकर उसकी रेटिंग में आये इस बदलाव का प्रमुख कारण है भारत में डीजल मूल्य को सरकार के नियंत्रण से मुक्त कर बाजार के […]
मुंबई : अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग पॉजिटिव कर दी है. पूर्व में इससे भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग को स्थिर श्रेणी में कर दिया था. भारत को लेकर उसकी रेटिंग में आये इस बदलाव का प्रमुख कारण है भारत में डीजल मूल्य को सरकार के नियंत्रण से मुक्त कर बाजार के हवाले करना.
सिंगापुर में इसके एक सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अत्सी सेठ ने कहा, भारत में डीजल मूल्य को नियंत्रण मुक्त करना राजकोषीय स्थिति को सुधारने की दिशा में एक बेहतर संकेत है, इससे हम भारत की साख अब हम पॉजिटिव देखते हैं. डीजल मूल्य को नियंत्रण मुक्त से सरकार पर इसके सब्सिडी बोझ कम होगा. उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह शनिवार को सरकार ने डीजल का खुदरा मूल्य बाजार से लिंक कर दिया था, जिससे उसकी कीमत में 3.77 रुपये की कमी आयी. यह कमी पिछले पांच सालों में सर्वाधिक है.
वहीं, आर्थिक मामलों को कवर करने वाली प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रायटर ने भी अपनी वेबसाइट पर कच्चे तेल की कीमतों में आ रही खबरों को विश्व अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत बताया है. इस एजेंसी के अनुसार, इसका लाभ भारतीय अर्थव्यवस्था को खास तौर पर होगा, जिसके आयात जरूरतों में 70 प्रतिशत हिस्सा पेट्रोलियम का ही होता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में बैरल की कीमत 10 डॉलर तक घटती है, तो इससे जीडीपी में 0.5 प्रतिशत तक गैप कम करने में मदद मिलती है. साथ ही राजकोषीय घाटा भी 0.1 प्रतिशत तक कम होता है. पेट्रोलियम की कीमतों में कमी से महंगाई नियंत्रण में भी मदद मिलती है. ध्यान रहे कि कुछ सप्ताह पूर्व स्टैंडर्ड एंड पुवर्ड ने भी भारतीय बाजार की रेटिंग में सुधार करते हुए इसे विकासशील देशों में सबसे बेहतर बताया था. बहरहाल, पेट्रोलियम मूल्यों में आ रही कमी को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सुखद संकेत माना जा रहा था.
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