नयी दिल्ली : डाबर इंडिया के संस्थापक बर्मन परिवार ने अपने एक सदस्य प्रदीप बर्मन का का नाम विदेशी खाताधारक के तौर पर सामने आने के बाद पूरा परिवार बचाव में जुट गया है. परिवार की ओर से बयान जारी किया गया कि विदेशों में बैंक खाता रखना कोई अपराध नहीं है. कहा गया कि स्विस बैंक में जो भी खाते हैं वे नियमों का पालन करते हुए खोले गये हैं.
इससे पहले खुद प्रदीप बर्मन ने अपने बयान में कहा था कि वे पहले एक एनआरआई थे इसी दौरान उन्होंने स्विस बैंकों में खाते खोले थे. डाबर के प्रवक्ता ने भी कहा, हम कहना चाहते हैं कि यह खाता तब खोला गया था जब वह (प्रदीप) प्रवासी भारतीय (एनआरआइ) थे और उन्हें यह खाता खोलने की कानूनी छूट थी.
प्रवक्ता ने कहा, हमने हर कानून का अनुपालन किया है और इस खाते से जुडी सारी जानकारी स्वैच्छिक तौर पर और कानून के अनुसार आयकर विभाग को दी गई थी और जो भी कर बनता था उसे समुचित रुप से चुकाया गया है. डाबर रोजमर्रा के इस्तेमाल के उत्पाद बनाने वाली घरेलू कंपनी है.
प्रदीप बर्मन फिलहाल इसमें किसी पद पर नहीं हैं. वह एक समय डाबर इंडिया के पूर्णकालिक निदेशक थे. बयान में अफसोस जताया गया है कि कानूनी और गैरकानूनी विदेशी बैंक खातों में भेद नहीं किया गया है. प्रवक्ता ने कहा, अफसोस है कि हर उस व्यक्ति को एक निगाह से देखा जा रहा जिसका विदेशी बैंक में खाता है.
बर्मन परिवार कंपनी संचालन के उच्चतम मानदंडों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह सभी स्तरों पर नैतिक व्यवहार को प्रोत्साहित करता है.
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