चाइनीज कंपनी लिनोवो के द्वारा मोटोरोला के अधिग्रहण के बाद लिनोवो ने भारत में मोटोरोला के फोन सेट को अलग से बेचते रखने का फैसला लिया है. यह फैसला दुनिया की चौथी नंबर की स्मार्टफोन विक्रेता कंपनी लिनोवो ने गुरुवार को लिया. लिनोवो ने अमेरिकी ब्रांड मोटोरोला का 2.9 बिलियन डॉलर में हाल ही में अधिग्रहण किया है.
इस साल जनवरी के महीने में लिनोवो ने मोटोरोला मोबिलिटी को 2.9 बिलियन डॉलर (17,800 करोड रुपये) में गूगल से अधिग्रहण करने की घोषणा की थी. यह किसी भी चाइनीज कंपनी का पहला सबसे बडा अधिग्रहण है.गूगल ने खुद 2012 में मोटोरोला मोबिलिटी को 12.4 बिलियन डॉलर में खरीदा था.
लिनोवो के चेयरमैन और सीईओ यांग यानक्विंग ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि लिनोवो के लिए भारत सबसे बडे बाजारों में से एक है. लिनोवो और मोटोरोला के एक साथ हो जाने के बाद भारत में सैमसंग और माइक्रोमैक्स के बाद यह तीसरी सबसे बडी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी बन चुकी है. उन्होंने बताया कि जबतक लिनोवो और मोटोरोला की दोहरी ब्रांड रणनीति भारत में अपना बाजार स्थापित कर लेती है तबतक कंपनी अपने मोटोरोला बांड की बिक्री यूएस के बाजारों में करेगी.
उन्होंने बताया कि भारत में मोटोरोला के फोन ऑनलाइन और लिनोवो अपने फोनसेटों को ऑलाइन स्टोर के माध्यम से बेचेगी. मोटोरोला ने भारत में ऑनलाइन रिटेलर फ्लिपकार्ट के साथ साझेदारी में अपने कई फोन मोटो जी, मोटो ई, मोटो एक्स के साथ-साथ मोटो 360 स्मार्टवाच बेचा है. कंपनी ने हाल ही में सेंकेड जेनेरेसन का मोटो ई और मोटो एक्स लांच किया है.
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