भारतीय फोन बाजार में Samsung की बादशाहत बरकरार
स्मार्टफोन के बाजार में लगातार फोनों के दामों कमी आने के साथ-साथ आए दिन नयी कंपनियों का बाजार पर वर्चस्व देखने को मिल रहा है. लेकिन भारतीय बाजारों में अभी भी दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग ने अपना सिक्का जमाए रखा है. भारतीय युवाओं में स्मार्टफोन का क्रेज देखकर कई विदेशी कंपनियों ने अपना टार्गेट भारतीय […]
स्मार्टफोन के बाजार में लगातार फोनों के दामों कमी आने के साथ-साथ आए दिन नयी कंपनियों का बाजार पर वर्चस्व देखने को मिल रहा है. लेकिन भारतीय बाजारों में अभी भी दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग ने अपना सिक्का जमाए रखा है. भारतीय युवाओं में स्मार्टफोन का क्रेज देखकर कई विदेशी कंपनियों ने अपना टार्गेट भारतीय बाजारों को ही बना लिया है. अभी विदेशी कंपनियों जियाओमी, जियोनी, ओप्पो और मोटोरोला जैसी कंपनियां भारत को अपना स्मार्टफोन बाजार बनाने की होड में हैं.
दूसरे स्थान पर भारतीय कंपनी माइक्रोमैक्स है जो भारतीय युवाओं को खूब लुभा रही है. माइक्रोमैक्स अपने कैनवास सीरीज के फोनों के साथ बाजारों में अपना मार्केटशेयर कायम रखने में कामयाब रही है. भारतीय बाजार में माइक्रोमैक्स के बाद तीसरा नंबर नोकिया का है. माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा अधिग्रहण के बाद से नोकिया की भारतीय बाजारों में पकड थोडी डीली हो गयी है लेकिन अपने फ्लैगशिप लूमिया और आशा सीरीज के साथ अब भी नोकिया तीसरे पायदान पर है.
यह आंकडा एक रिसर्च फर्म जीएफ के रिपोर्ट के अनुसार दिया गया है. आंकडे के अनुसार वर्ष 2014 की तीसरी तिमाही में सैमसंग ने भारतीय स्मार्टफोन बाजार में करीब 33 फीसदी पर अपनी हिस्सेदारी जमा ली थी, वहीं माइक्रोमैक्स को 18 फीसदी का शेयर मिला था. जबकि नोकिया 12 फीसदी मार्केट शेयर के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार भारत में स्मार्टफोनों और फीचर फोनों के मार्केट में सैमसंग पहले स्थान पर रहा है, इसने पूरे मोबाइल बाजार में करीब 25 फीसदी का मार्केट पर कब्जा जमा लिया है. वहीं नोकिया को 21 फीसदी का हिस्सा प्राप्त है यह फीचर फोनों और स्मार्टफोन बाजार में दूसरे स्थान पर है. जबकि माइक्रोमैक्स मात्र 13.5 फीसदी मार्केट शेयर के साथ तीसरे स्थान पर है.
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