नयीदिल्ली:जिनेवा की संस्था विश्व आर्थिक मंच(डब्ल्यूईएफ)और भारतीय उद्योगपरिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित भारत आर्थिक सम्मेलन में देश के ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार को उम्मीद है कि बिजली क्षेत्र में अगले चार-पांच साल में 250 अरब डॉलर यानि तक़रीबन 15 लाख करोड़ रुपए का निवेश आएगा.
उन्होंने कहा कि देश के बिजली पारेषण खंड में भी इस अवधि में करीब 50 अरब डॉलर का निवेश होने की संभावना है. कोयला और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय का भी जिम्मा संभाल रहे गोयल ने कहा कि कोयला उत्पादन बढाने, बिजली पारेषण नेटवर्क मजबूत करने और गैस से चलने वाले संयंत्र को भी सही रास्ते पर लाने की कोशिश हो रही है. सरकार की कोशिश है कि ऐसा हो जाने पर 2019 तक देश के हर परिवार को बिजली मुहैया करने में मदद मिलेगी
डब्ल्यूईएफ और सीआईआई द्वारा आयोजित भारत आर्थिक सम्मेलन में गोयल ने कहा कि साल 2019 तक भारत का कुल बिजली उत्पादन दोगुना होकर 2,000 अरब यूनिट हो जाएगा और इसमें सरकारी निवेश के अलावा ज्यादातर निवेश निजी क्षेत्र से आएगा.
उन्होंने कहा कि सरकार नवीकरणीय क्षेत्र विशेष तौर पर सौर ऊर्जा के लिए महत्वाकांक्षी योजना आगे बढा रही है, जिसमें उत्पादन क्षमता को 2022 तक बढाकर 1,00,000 मेगावाट तक पहुंचाया जाना है.
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