पश्चिमी क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ाने के लिए 10,600 करोड़ रुपये निवेश करेगा ONGC
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) अपने पश्चिमी अपतटीय क्षेत्र में उत्पादन बढाने के लिये 10,600 करोड़ रुपये निवेश करेगी. ओएनजीसी ने एक बयान में कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल ने मुंबई हाई दक्षिण तेल एवं गैस फील्ड के तीसरे चरण के पुनर्विकास तथा मुक्ता, बासीन और पन्ना […]
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) अपने पश्चिमी अपतटीय क्षेत्र में उत्पादन बढाने के लिये 10,600 करोड़ रुपये निवेश करेगी. ओएनजीसी ने एक बयान में कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल ने मुंबई हाई दक्षिण तेल एवं गैस फील्ड के तीसरे चरण के पुनर्विकास तथा मुक्ता, बासीन और पन्ना क्षेत्र के एकीकृत विकास को मंजूरी दे दी.
मुंबई हाई दक्षिण में 6,069 करोड़ रुपये और मुक्ता, पन्ना क्षेत्र के विकास में 4,620 करोड़ रुपये की पूंजी खर्च किये जायेंगे. ओएनजीसी की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार मुंबई हाई दक्षिण क्षेत्र के तीसरे चरण के पुनर्विकास कार्य से 2030 तक क्षेत्र से 75.47 लाख टन कच्चे तेल और 3.86 अरब घनमीटर प्रतिदिन गैस की अधिक प्राप्ति होगी.
पुराने पड चुके इस क्षेत्र से उत्पादन बढाने के लिये पिछले दो चरणों की तर्ज पर ही पुनर्विकास का नया चरण शुरु किया जायेगा. क्षेत्र को नये सिरे से विकसित करने की इस परियोजना में 36 नये कुओं में खुदाई की जायेगी इसके साथ ही 34 साइडट्रैक कुओं में भी ड्रिलिंग होगी. इसके साथ ही कुओं के उपर प्लेटफार्म बनाने, मौजूदा प्लेटफार्म में नयी सुविधायें तथा सहायक पाइपलाइन आदि भी बिछाई जायेंगी.
विज्ञप्ति के अनुसार मुंबई तट से 80 से 90 किलोमीटर दूर मुक्ता, बासीन और पन्ना क्षेत्र को नये सिरे से विकसित करने और उसकी आयु बढाने के लिये ताजा निवेश किया जायेगा. बढा हुआ गैस उत्पादन इसी वित्त वर्ष में शुरु होने की उम्मीद है. वर्ष 2017-18 तक क्षेत्र से एक करोड़ घनमीटर प्रतिदिन गैस, 950 बैरल तेल और 1,100 मीटर प्रतिदिन संघनन की प्राप्ति होगी. क्षेत्र से गैस उत्पादन बढाने के लिये इससे पहले 1999 और 2007 में भी विकास कार्य किया गया.
तब इसमें बूस्टर कंप्रेस्सर लगाये गये. तीसरे चरण में इसमें और सुधार किया जायेगा. इसमें 18 कुओं की खुदाई होगी जिसमें 5 कुऐं उथले समुद्री क्षेत्र में होंगे. क्षेत्र का विकास कार्य होने पर वर्ष 2027-28 तक 19.56 अरब घनमीटर गैस, 19.70 लाख घनमीटर संघनन और 18.30 लाख टन तेल का उत्पादन होगा. गैस और संघनन का इस्तेमाल हजीरा संयंत्र में किया जायेगा.
ओएनजीसी को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कच्चे तेल के दाम कम होने की वजह से 5,445 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ जो कि पिछले साल की इसी तिमाही से 10.2 प्रतिशत कम रहा. इस दौरान कुल बिक्री भी 8.8 प्रतिशत घटकर 20,512 करोड़ रुपये रही.
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