मोदी कल मिलेंगे ऑस्ट्रेलियाइ पीएम एबट से, होगा जरुरी समझौतों पर हस्ताक्षर
कैनबरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबट से मुलाकात करेंगे और इस मौके पर दोनों देशों की तरफ से सजायाफ्ता कैदियों के हस्तांतरण, नशीली दवाओं के कारोबार पर अंकुश लगाने और सामाजिक सुरक्षा समेत चार-पांच समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. तीन देशों की अपनी 10 दिनों की यात्रा के दुसरे […]
कैनबरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबट से मुलाकात करेंगे और इस मौके पर दोनों देशों की तरफ से सजायाफ्ता कैदियों के हस्तांतरण, नशीली दवाओं के कारोबार पर अंकुश लगाने और सामाजिक सुरक्षा समेत चार-पांच समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है.
तीन देशों की अपनी 10 दिनों की यात्रा के दुसरे चरण में यहां पहुंचे मोदी का मुख्य उद्देश्य ऑस्ट्रेलिया के साथ रणनीतिक साझेदारी करना है ताकि भारत के आर्थिक लक्ष्य के साथ ही सामुद्रिक सुरक्षा समेत सभी सुरक्षा हितों को और मजबूत किया जा सके.
गौरतलब है कि इस यात्रा के लिए रवाना होने के पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया और हमारे बीच बहुत सी समानतायें हैं लेकिन हमारे आर्थिक संबंध हमारी संभावनाओं से कम हैं. ऑस्ट्रेलिया के साथ गहरी रणनीतिक भागीदारी का पक्ष लेते हुए उन्होंने कहा था कि इससे भारत के आर्थिक लक्ष्य को समर्थन मिलेगा. उन्होंने कहा था कि इससे सामुद्रिक सुरक्षा समेत हमारे सुरक्षा हितों को बढावा मिलेगा और हमारी महाद्वीपीय एवं समुद्री क्षेत्र में दूर-दूर तक शांति एवं स्थिरता का माहौल बनाने की कोशिश मजबूत होगी. मोदी के साथ एबट की वार्ता के बाद सजायाफ्ता कैदियों के हस्तांतरण, नशीली दवाओं के व्यापार पर लगाम लगाने में सहयोग, सामाजिक सुरक्षा, पर्यटन और संस्कृति से जुडे मुद्दों पर दोनों देश चार से पांच समझौतों और सहमति ज्ञापनों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.
इसके पहले मोदी और एबट ने पिछले महीने दिल्ली में शिखर बैठक की थी और इस दौरान भारत एवं ऑस्ट्रेलिया ने असैन्य परमाणु सौदे पर हस्ताक्षर किये थे.दोनों नेताओं ने अपने संबंधित वार्ताकारों को निर्देश दिया है कि वे असैन्य परमाणु समझौते से जुड़ी प्रशासनिक प्रक्रियाएं जल्दी पूरी करें. इससे यूरेनियम व्यापार की जल्द शुरुआत करने में सुविधा होगी.
ऑस्ट्रेलिया में विश्व का 40 प्रतिशत यूरेनियम भंडार है और वह सालाना करीब 7,000 टन येलो केक यूरेनिया (यूरेनियम का संघनित रुप) का निर्यात करता है. भारत और ऑस्ट्रेलिया ने यूरेनियम बिक्री संबंधी वार्ता 2012 में शुरु की थी.
मोदी पिछले 28 साल में ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. उनसे पहले राजीव गांधी ने 1986 में ऑस्ट्रेलिया की यात्रा की थी. मोदी यहां ऑस्ट्रेलिया की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे. आस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के तक़रीबन साढ़े चार लाख लोग रहते हैं. एबट भारत के प्रधानमंत्री के सम्मान में 161 साल पुराने ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट मैदान में भोज का आयोजन करेंगे. मोदी की 16 नवंबर से शुरु होने वाली तीन दिन की चार शहरों की यात्र में ब्रिस्बेन, सिडनी, कैनबरा और मेलबर्न शामिल हैं.
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