सोल : दक्षिण कोरिया के शीर्ष वित्तीय नियामक ने कहा कि अनिवार्य एकीकरण की स्थिति में उत्तरी कोरिया की मरणासन्न अर्थव्यवस्था के विकास की लागत करीब 500 अरब डालर होगी. वित्तीय सेवा आयोग (एफएससी) के अध्यक्ष शिन जे-यून ने सोल में एक सेमिनार में कहा कि यह आकलन 20 साल की अवधि के लिए है जो उत्तर कोरिया का प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद बढाकर 10,000 डालर करने के लिए जरुरी है जो फिलहाल 1,251 डालर है.
आयोग ने इस बात पर जोर दिया कि 500 अरब डालर में संशोधन की पूरी संभावना है और इसे आधिकारिक अनुमान नहीं मानना चाहिए. यह बस चर्चा का प्रारंभ बिंदु भर है. एकीकरण मंत्रालय द्वारा इस साल जारी सर्वेक्षण के मुताबिक 70 प्रतिशत कोरियाई प्रायद्वीप के एकीकरण के पक्ष में हैं और करीब आधी आबादी की इस विशाल वित्तीय लागत में मदद करने में कोई रुचि नहीं है.
आयोग का आकलन है कि दक्षिण कोरिया का सकल घरेलू उत्पाद 2013 में उत्तरी कोरिया के मुकाबले 40 गुना अधिक है जबकि 1990 में जर्मनी के एकीकरण के दौरान पश्चिम एवं पूर्वी जर्मनी के बीच सकल धरेलू उत्पाद के मामले में 10 गुने का फर्क था. शिन ने कहा कि अनुमानित 500 अरब डालर में से आधी राशि की जरुरत कोरिया विकास बैंक और कोरियाई आयात-निर्यात बैंक जैसे सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों को लीक पर लाने के लिए होगी.
शेष आधी राशि वाणिज्यिक बैंकों, उत्तरी कारिया की विकास परियोजना से प्राप्त होने वाले कर राजस्व और विश्व बैंक जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुटायी जा सकती है. उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्यून-ह्ये ने कहा है कि कोरिया प्रायद्वीप के एकीकरण से अप्रत्याशित समृद्धि आएगा क्योंकि दक्षिण कोरिया की पूंजी और प्रौद्योगिकी का मेल उत्तरी कोरिया मानव एवं प्राकृतिक संसाधन से होगा. हालांकि उत्तर कोरिया ने एकीकरण की चर्चा पर कडा विरोध दर्ज किया है और कहा है कि विलय के जरिए एकीकरण कोरा सपना है.
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