माले हवाई अड्डा ठेका रद्द करने के लिए जीएमआर ने किया 80.3 करोड डालर का दावा

हैदराबाद : जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की अनुषंगी जीएमआर माले इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने गलत तरीके से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा ठेका रद्द करने के लिए मालदीव सरकार के समक्ष 80.3 करोड डालर (करीब 4,987 करोड रुपये) का दावा किया है. शेयर बाजारों को दी गयी सूचना के मुताबिक, कंपनी ने रियायती समझौते को गलत ढंग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2014 2:31 PM

हैदराबाद : जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की अनुषंगी जीएमआर माले इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने गलत तरीके से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा ठेका रद्द करने के लिए मालदीव सरकार के समक्ष 80.3 करोड डालर (करीब 4,987 करोड रुपये) का दावा किया है.

शेयर बाजारों को दी गयी सूचना के मुताबिक, कंपनी ने रियायती समझौते को गलत ढंग से नकारने के चलते कंपनी की प्रतिष्ठा को पहुंची क्षति के लिए और मुआवजा दिए जाने के संबंध में सिंगापुर में पंचाट न्यायाधिकरण में भी मामला दायर किया है. कंपनी ने कहा, उपरोक्त ठेके के संबंध में जीएमआईएएल ने 80.3 करोड डालर के मुआवजे का दावा किया है.

उल्लेखनीय है कि जीएमआर ने इब्राहिम नासिर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के आधुनिकीकरण व परिचालन के लिए 2010 में मालदीव सरकार और मालदीव एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड के साथ एक रियायती समझौता किया था.

हालांकि, दोनों पक्षों के बीच मतभेद उभरने के बाद तत्कालीन मालदीव सरकार ने रियायती समझौता रद्द कर दिया और हवाईअड्डे का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया.

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