भारत में मुद्रास्फीति वैश्विक वित्तीय संकट के मुकाबले निम्न स्तर पर: नोमुरा

नयी दिल्ली: जापान की प्रमुख ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा ने आज कहा कि भारत में मुद्रास्फीति का स्तर वैश्विक वित्तीय संकट के बाद के दौर के करीब है. हालांकि, ब्रोकरेज फर्म ने देश के शेयर बाजार के संबंध में अपना सकारात्मक रुख बरकरार रखा है. वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी के मुताबिक राष्ट्रीय आंकड़ों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2014 3:15 PM

नयी दिल्ली: जापान की प्रमुख ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा ने आज कहा कि भारत में मुद्रास्फीति का स्तर वैश्विक वित्तीय संकट के बाद के दौर के करीब है. हालांकि, ब्रोकरेज फर्म ने देश के शेयर बाजार के संबंध में अपना सकारात्मक रुख बरकरार रखा है.

वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी के मुताबिक राष्ट्रीय आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में मुद्रास्फीति वैश्विक वित्तीय संकट के समय रहे निम्न स्तर के करीब है.
नोमुरा ने एक अनुसंधान पत्र में कहा – सभी क्षेत्रों की कुल मुद्रास्फीति वैश्विक वित्तीय संकट के निम्न स्तर के करीब है. हमने बाजार के संबंध में अपना सकारात्मक रुख बरकरार रखा है और वित्तीय स्थिति के संबंध में हम आशावान हैं. कच्चे तेल की अगुवाई में वैश्विक स्तर पर जिंसों की कीमत में गिरावट के साथ-साथ ही जुलाइ से खुदरा और थोक मूल्य मुद्रास्फीति में गिरावट जारी है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अक्तूबर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति घटकर 1.77 प्रतिशत और खुदरा मुद्रास्फीति इसी माह के दौरान 5.52 प्रतिशत रह गई.
नोमुरा ने अगस्त में बीएसइ सेंसेक्स का आंकड़ा अगस्त 2015 तक बढकर 30,310 अंक तक पहुंच जाने का लक्ष्य रखा है. बीएसइ बेंचमार्क सूचकांक में 2014 के दौरान उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई और यह इस साल अब तक 34.33 प्रतिशत यानी 7,268.33 अंक बढ़ चुका है.

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