ऊंचे कर और बढ़ती लागत हैं भारतीय विमान उद्योग की वृद्धि में बाधा : IATA

जिनीवा : वैश्विक विमानन कंपनियों के निकाय आइएटीए ने आज कहा कि ईंधन पर ऊंची दर से कराधान और बढ़ती परिचालन लागत, भारत में विमानन उद्योग के विकास के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा हैं. आइएटीए के महानिदेशक व सीइओ टोनी टेलर ने यहां कहा, ईंधन पर ऊंची दर से कर और परिचालन लागत के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2014 11:06 PM
जिनीवा : वैश्विक विमानन कंपनियों के निकाय आइएटीए ने आज कहा कि ईंधन पर ऊंची दर से कराधान और बढ़ती परिचालन लागत, भारत में विमानन उद्योग के विकास के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा हैं.
आइएटीए के महानिदेशक व सीइओ टोनी टेलर ने यहां कहा, ईंधन पर ऊंची दर से कर और परिचालन लागत के अलावा ढांचागत बाधाएं, भारतीय विमानन उद्योग के लिए एक चुनौती हैं. टेलर ने हालांकि वैश्विक विमानन उद्योग के लिए स्वस्थ परिदृश्य का अनुमान जताते हुए कहा कि आइएटीए को 2015 में शुद्ध लाभ 25 प्रतिशत बढकर 25 अरब डॉलर पहुंचने का अनुमान है जो चालू वर्ष में 19.9 अरब डॉलर रहने का अनुमान है.
यहां आइएटीए ग्लोबल मीडिया डे में इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आइएटीए) के प्रमुख ने कहा, वर्ष 2015 के लिए हमें सामूहिक तौर पर विमानन कंपनियों का मुनाफा 25 अरब डॉलर रहने का अनुमान है जो इस साल के 19 अरब डॉलर से अधिक है.

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