दूसरे दिन स्‍पाइसजेट की दस उड़ानें ही हो पायी शुरू, या‍त्री असमंजस में

नयी दिल्ली : विमानन कंपनी स्‍पाइसजेट की मुश्किलें थोड़े समय के लिए थम तो जरुर गया है. लेकिन वित्तिय संकट से जूझ रही यह कंपनी अपने ग्राहकों को लुभाने में कामयाब नहीं हो पा रही है. यात्रियों ने कल जहां कर्मचारियों के साथ काफी गरमा-गरम बहस की थी, वहीं आज भी यात्री असमंजस की स्थिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2014 12:04 PM

नयी दिल्ली : विमानन कंपनी स्‍पाइसजेट की मुश्किलें थोड़े समय के लिए थम तो जरुर गया है. लेकिन वित्तिय संकट से जूझ रही यह कंपनी अपने ग्राहकों को लुभाने में कामयाब नहीं हो पा रही है. यात्रियों ने कल जहां कर्मचारियों के साथ काफी गरमा-गरम बहस की थी, वहीं आज भी यात्री असमंजस की स्थिति में हैं. आज दिन में ईंधन मिलने के बाद भी एयरलाइंस की दस उड़ानें ही शुरू हो पायी हैं.

कल बुधवार को खबर आयी थी किविमानन राज्‍य मंत्री डॉ महेश शर्मा ने संकट में फंसी स्‍पाइसजेट के परिचालन शुरू करने के लिए संभव प्रयास करने का संकेत दिया था. मंगलवार को सरकार ने कंपनी को राहत देने के लिए छह सूत्री राहत फॉमूले का एलान किया था. इसके तहत सरकार ने स्‍पाइसजेट को मार्च 2015 तक बुकिंग कराने की अस्‍थाई छूट दी है.

वहीं इससे पहलेनकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी स्पाइसजेट का परिचालन ठप्‍पकर दिया गया था. ऐसा तेल विपणन कंपनियां द्वारा जेट ईंधन की आपूर्ति नहीं करने के कारण हुआ. अचानक इस तरह से फ्लाईट कैंसिल हो जाने से कई यात्री दिल्ली एयरपोर्ट में फंस गए.

यात्री एयरपोर्ट पर स्पाइस जेट के कर्मचारियों से उलझते दिखे. वे उनसे पूछ रहे थे कि बताया जाए कि उनकी फ्लाईट क्यों रद्द की गई.

सूत्रों के अनुसार तेल कंपनियों के साथ ईंधन आपूर्ति से जुडे मुद्दे के कारण आज सुबह से विमानन कंपनी के एक भी विमान ने उडान नहीं भरी है. सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने अब तक स्पाइसजेट को दो-सप्ताह के रिण सुविधा के आधार पर जेट ईंधन की आपूर्ति फिर से शुरु करने के संबंध में फैसला नहीं किया है.

संकटग्रस्त विमानन कंपनी के बचाव में नागर विमानन मंत्रालय ने कल कहा था कि वह तेल कंपनियों और हवाईअड्डा परिचालकों को गुजारिश करेगा कि स्पाइसजेट को 15 दिन की रिण सुविधा दे ताकि विमानन कंपनी को बंद होने से बचाया जा सके.

विमानन मंत्रालय ने कहा था कि स्पाइसजेट का परिचालन जारी रखने की प्रक्रिया के अंग के तौर पर वह भारतीय बैंकों-वित्तीय संस्थानों से विमानन कंपनी को 600 करोड रूपये तक का रिण देने के लिए कह सकता है. इसके अलावा वह वित्त मंत्रालय से भी विशेष व्यवस्था के तहत कार्य पूंजी के लिए वाह्य वाणिज्यिक उधारी :ईसीबी: की मंजूरी के संबंध में बात करेगा.

इन पहलों का प्रस्ताव हालांकि इस शर्त के साथ किया गया है कि संकटग्रस्त विमानन कंपनी जल्द से जल्द पूंजी डालने के प्रति प्रतिबद्धता जताएगी. ये पहलें स्पाइस जेट के मुख्य परिचालन अधिकारी संजीव कपूर के सन समूह की मुख्य वित्त अधिकार एस एल नारायण के साथ नागर विमानन मंत्री और नागर विमानन महानिदेशालय प्रभात कुमार के साथ हुई मुलाकात के बाद की गई हैं जिसमें उन्होंने संकट से उबरने में सरकार की मदद मांगी थी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version