…और कमजोर होगा रुपया : सीआईआई

नयी दिल्ली : उद्योग मंडल सीआईआई के एक सर्वेक्षण के अनुसार अगर सरकार एफडीआई सीमा बढ़ाने व ढांचागत बाधाओं को दूर करने जैसे निवेश से संबंधित मुद्दों का समाधान नहीं करती है तो डालर के मुकाबले रुपया और लुढ़क सकता है. सीआईआई ने एक बयान में कहा, हमें भूमि अधिग्रहण व निवेश को बाधित करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:57 PM

नयी दिल्ली : उद्योग मंडल सीआईआई के एक सर्वेक्षण के अनुसार अगर सरकार एफडीआई सीमा बढ़ाने व ढांचागत बाधाओं को दूर करने जैसे निवेश से संबंधित मुद्दों का समाधान नहीं करती है तो डालर के मुकाबले रुपया और लुढ़क सकता है.

सीआईआई ने एक बयान में कहा, हमें भूमि अधिग्रहण व निवेश को बाधित करने वाली अन्य बाधाओं को दूर करने के लिए सुधारों के अगले दौर में तेजी से बढ़ने की जरुरत है. निवेश सीमाओं में ढील देकर एफडीआई को प्रोत्साहित करने व ईंधन एवं फर्टिलाइजर सब्सिडी को वापस लेना जारी रखने जैसे उपाय आवश्यक हैं.

उद्योग मंडल ने कहा कि निवेश का माहौल सुधारने एवं भारत को घरेलू एवं विदेशी निवेशकों के लिए एक आकर्षक कारोबारी स्थल बनाने के लिए भी कदम उठाने की जरूरत है ताकि रुपये में अनावश्यक उतार-चढ़ाव रोका जा सके.

सीआईआई ने कहा, यदि चालू खाते के ऊंचे घाटे व डांवाडोल होते एफडीआई प्रवाह से निपटने के लिए कदम नहीं उठाये जाते हैं तो रुपये में उतार-चढ़ाव बना रहेगा एवं यह डालर के मुकाबले और कमजोर हो सकता है.

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