डीजल-पेट्रोल पर फिर बढ़ा उत्पाद शुल्क, खुदरा कीमतों में नहीं होगी बढ़ोतरी

नयी दिल्ली: सरकार ने पेट्रोल और डीजल दोनों पर उत्पाद शुल्क दो-दो रुपये प्रति लीटर बढा दिया है लेकिन इसका असर खुदरा कीमतों पर नहीं पडेगा और दाम पूर्ववत बने रहेंगे.दोनों पेट्रोलियम पदार्थों पर नवंबर के बाद की गई यह तीसरी उत्पाद शुल्क वृद्धि है. इससे सरकार को चालू वित्त वर्ष के शेष तीन महीनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2015 10:36 PM
नयी दिल्ली: सरकार ने पेट्रोल और डीजल दोनों पर उत्पाद शुल्क दो-दो रुपये प्रति लीटर बढा दिया है लेकिन इसका असर खुदरा कीमतों पर नहीं पडेगा और दाम पूर्ववत बने रहेंगे.दोनों पेट्रोलियम पदार्थों पर नवंबर के बाद की गई यह तीसरी उत्पाद शुल्क वृद्धि है. इससे सरकार को चालू वित्त वर्ष के शेष तीन महीनों में 6,000 करोड रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम पिछले पांच साल के निम्न स्तर पर आने से सरकार को मुद्रास्फीति पर दबाव बढाये बिना राजस्व बढाने का अवसर मिल रहा है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम मई 2009 के बाद सबसे निम्न स्तर पर है. कंपनियों को पेट्रोल और डीजल के दाम की हर पखवाडे होने वाली समीक्षा के तहत कल दाम घटाने थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
उत्पाद शुल्क वृद्धि को मूल्यों में होने वाली संभावित गिरावट के सापेक्ष समायोजित कर दिया गया है. वैश्विक बाजार में दाम घटने से एक जनवरी को तेल कंपनियों को पेट्रोल का दाम 3.22 रुपये लीटर और डीजल के दाम में 3 रुपये लीटर की कटौती करनी थी. दो रुपये लीटर की उत्पाद शुल्क वृद्धि इसमें समायोजित करने के बावजूद कंपनियों को एक रुपये लीटर का निवल मार्जिन अभी भी मिल रहा है.

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