नयी दिल्ली : वित्तीय समावेश से जुडी महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री जनधन योजना में पूर्ण सफलता प्राप्त करने के लिए वित्त मंत्रालय इस योजना के तहत खाता खोलने के लिए ‘खुली चुनौती’ के रूप में काम करेगा. वित्तीय सेवा सचिव हसमुख अधिया ने यहां कहा कि इसके तहत जिस व्यक्ति का बैंक खाता नहीं है वह बैंक को इसकी सूचना देगा और उसका बैंक खाता तुरंत खोला जाएगा.
प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत वित्तीय सेवा के दायरे से बाहर के 98 प्रतिशत परिवारों के खाते खोले जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि अब खाते खुली चुनौती के रूप में खोले जाएंगे ताकि कोई भी इस योजना में छूट न जाए. ताजा आंकडे के मुताबिक इस योजना के तहत अब तक 10.3 करोड खाते खोले जा चुके हैं.
सरकार ने प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत 26 जनवरी तक 10 करोड खाते खोलने का लक्ष्य तय किया था जो बैंकों ने एक महीना पहले ही पूरा कर लिया. बैंकों ने 22 दिसंबर तक 7.28 करोड रपे कार्ड जारी किए हैं. गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने आम गरीब लोगों को जनधन के तहत खाते खोलने पर कई लाभ देने का भी वादा किया है.
28 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनधन योजना की शुरुआत की. मोदी ने जिस अंदाज में बैंककर्मियों को इस योजना के क्रियान्वयन के लिए काम करने का आह्वान किया, वह काफी कारगर साबित हुआ. बैंककर्मियों के सहयोग से जनधन योजना के तहत जो 10 हजार खाता खोलने का लक्ष्य रखा था वह एक माह पूर्व ही पूरा हो गया.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.