चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत रहेगी : इंडिया रेटिंग
नयी दिल्ली : एक रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत रहेगी तथा इस दौरान राजकोषीय और चालू खाते का घाटा वृहद आर्थिक स्थायित्व के लिये कोई खतरा नहीं होंगे. इंडिया रेटिंग एजेंसी ने हालांकि, यह भी कहा है कि रुपये की कीमत अर्थव्यवस्था […]
नयी दिल्ली : एक रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत रहेगी तथा इस दौरान राजकोषीय और चालू खाते का घाटा वृहद आर्थिक स्थायित्व के लिये कोई खतरा नहीं होंगे. इंडिया रेटिंग एजेंसी ने हालांकि, यह भी कहा है कि रुपये की कीमत अर्थव्यवस्था में आई मजबूती के अनुरुप नहीं चल रही है.
एजेंसी ने कहा, ‘दोनों घाटे अब व्यापक आर्थिक स्थायित्व के लिये खतरा नहीं रहे, मुद्रास्फीति अब नरमी के रास्ते पर है. इसके साथ ही पूंजी प्रवाह भी जरुरत से अधिक हो रहा है जिससे चालू खाते के घाटे की भरपाई हो सकती है.’ इंडिया रेटिंग एण्ड रिसर्च ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘इस लिहाज से अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2014-15 में 5.6 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि हासिल करेगी.’
शोध एजेंसी के अनुसार इस दौरान रुपया या तो स्थिर रहेगा या फिर मजबूत होगा. एजेंसी ने कहा है, ‘हालांकि, जनवरी से दिसंबर 2014 की अवधि में रुपया 3.3 प्रतिशत कमजोर हुआ है. इसके बावजूद भारतीय मुद्रा प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राओं के मुकाबले बेहतर स्थिति में रही. उनमें भारतीय मुद्रा के मुकाबले अधिक गिरावट आई है.’
रिजर्व बैंक का बाजार में हस्तक्षेप एक अन्य वजह है जो कि रुपये की कीमत पर असर डालता है. एजेंसी का कहना है कि डालर के मुकाबले रुपये का उचित मूल्य 61 से 62 रुपये प्रति डालर के बीच है. आज के कारोबार में डालर के मुकाबले रुपया चार सप्ताह के उच्चस्तर 62.32 रुपये पर बंद हुआ. पिछले दिन के मुकाबले इसमें 35 पैसे की मजबूती रही.
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