नयी दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की आगामी 26 जनवरी को भारत यात्रा के दौरान भारतीय व अमेरिकी कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर की स्थापना व स्मार्ट शहरों के विकास के लिए करार कर सकती हैं. सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति ओबामा की उपस्थिति में भारतीय व अमेरिकी कंपनियों के बीच आर्थिक सहयोग बढाने के लिए कई करारों व संयुक्त उद्यमों के लिए समझौता होने की उम्मीद है.
इसके अलावा भारत-अमेरिका सीईओ फोरम की 26 जनवरी को होने वाली बैठक में विभिन्न मुद्दों मसलन टोटलाइजेशन करार, वीजा संबंधी दिक्कतों, अनिवार्य स्थानीय सामग्री की जरुरत और भारत में बुनियादी ढांचा विकास के वित्तपोषण पर विचार होगा. अमेरिकी राष्ट्रपति इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि हैं.
वह 25 जनवरी को भारत पहुंच रहे है. ओबामा द्वारा सीईओ फोरम की बैठक को संबोधित किए जाने की उम्मीद है. दोनों देशों की निजी क्षेत्र की कंपनियों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टरों की स्थापना से भारत को अपने इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के आयात बिल में कमी करने में मदद मिलेगी. दिसंबर, 2014 में यह 23 प्रतिशत बढकर 3.14 अरब डालर पर पहुंच गया. उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि 2030 तक देश का इलेक्ट्रॉनिक्स आयात बिल तेल आयात बिल को पार कर जाएगा.
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