हिट हुई कोल इंडिया की मेगा शेयर बिक्री, सरकार को मिलेंगे 24,000 करोड़ रुपये
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में सरकारी हिस्सेदारी के विनिवेश की सबसे बडी बिक्री पेशकश के तहत आज कोल इंडिया लिमिटेड की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिये 1.05 गुना बोली प्राप्त हुई और इससे सरकार को करीब 24,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है. बिक्री पेशकश के दौरान हालांकि, खुदरा निवेशकों में ज्यादा […]
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में सरकारी हिस्सेदारी के विनिवेश की सबसे बडी बिक्री पेशकश के तहत आज कोल इंडिया लिमिटेड की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिये 1.05 गुना बोली प्राप्त हुई और इससे सरकार को करीब 24,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है. बिक्री पेशकश के दौरान हालांकि, खुदरा निवेशकों में ज्यादा उत्साह नहीं दिखा. विनिवेश सचिव के बयान के मुताबिक, कोल इंडिया की आज की सार्वजनिक पेशकश के लिये करीब 24,000 करोड रुपये की बोली लगी.
देश में यह किसी भी सार्वजनिक अथवा निजी क्षेत्र की कंपनी की अब तक की सबसे बडी शेयर बिक्री पेशकश है. इससे पहले का रिकार्ड भी कोल इंडिया लिमिटेड का ही है जब वर्ष 2010 में कंपनी ने प्रारम्भिक सार्वजनिक निगम (आईपीओ) के जरिये 15,000 करोड रुपये जुटाये थे.
हालांकि, आज की बिक्री पेशकश में खुदरा निवेशकों के लिये आरक्षित 12.63 करोड शेयरों में से आधे से भी कम 5.37 करोड शेयरों के लिये ही बिक्री बोली प्राप्त हुई.
विदेशी संस्थागत निवेशकों, म्यूचुअल फंड, बैंकों और बीमा कंपनियों की सामान्य श्रेणी में 1.2 गुणा बोलियां प्राप्त हुई. इस श्रेणी के लिये आरक्षित 50.53 करोड शेयरों के मुकाबले 60.83 करोड शेयरों के लिये बोलियां प्राप्त हुईं.
खुदरा श्रेणी में प्रतिशेयर बोली मूल्य औसतन 360.11 रपये रहा. बिक्री पेशकश के लिये सरकार ने हालांकि 358 रपये का न्यूनतम मूल्य रखा. खुदरा निवेशकों को न्यूनतम मूल्य में पांच प्रतिशत की छूट भी दी गई थी.
शेयर बाजारों से प्राप्त आंकडों के अनुसार कोल इंडिया के इस विनिवेश में कुल 63.16 करोड शेयरों की बिक्री पेशकश की गई और 66.20 करोड शेयरों के लिये बोलियां प्राप्त हुईं. इस प्रकार इसमें 24,000 करोड रुपये के शेयरों के लिये बोलियां लगी. बाजार के अनुसार इश्यू बाजार बंद होने से पहले ही पूरा हो गया.
सरकार ने कोल इंडिया में अपनी पांच प्रतिशत हिस्सेदारी यानी 31.58 करोड शेयरों की बिक्री की सार्वजनिक पेशकश की थी, इसके साथ ही अतिरिक्त पांच प्रतिशत बिक्री का भी विकल्प रखा था.
कोल इंडिया में हिस्सेदारी की बिक्री से सरकार को 24,000 करोड रुपये मिलने का अनुमान है. इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष के लिये तय विनिवेश लक्ष्य की आधी राशि प्राप्त हो जायेगी. चालू वित्त वर्ष के दौरान विनिवेश कार्यक्रम के तहत कोल इंडिया दूसरी कंपनी है जिसमें हिस्सेदारी बेची गई. इससे पहले सेल में सरकार की आंशिक हिस्सेदारी की बिक्री से 1,700 करोड रुपये जुटाये गये.
शेयर बाजार में कारोबार की समाप्ति पर आज कोल इंडिया का शेयर मूल्य 360.85 रुपये पर बंद हुआ. पिछले दिन के मुकाबले यह 3.81 प्रतिशत नीचे रहा.
इधर, देश के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक आनंद महिंद्रा ने भी कोल इंडिया के विनिवेश के इस कदम की सराहना की है. अपने एक ट्वीट में उन्होंने ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल को इस कदम के लिए बधाई दी है.
A big shaabaash for @PiyushGoyal & the Govt for the coal india disinvestment.Keep going…We need reforms to be a perpetual motion machine
— anand mahindra (@anandmahindra) January 30, 2015