माइक्रोमैक्स के नंबर 1 बनने की रिपोर्ट पर सैमसंग को एतराज
नयी दिल्ली : शोध कार्य कंपनी कैनेलिस के मुताबिक मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली घरेलू कंपनी माइक्रोमैक्स ने देश की सबसे बडी स्मार्टफोन कंपनी के तौर पर सैमसंग को पीछे छोड दिया है. जबकि कोरिया की प्रमुख कंपनी सैमसंग ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह अभी भी शीर्ष पर है. कैनेलिस की रपट […]
नयी दिल्ली : शोध कार्य कंपनी कैनेलिस के मुताबिक मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली घरेलू कंपनी माइक्रोमैक्स ने देश की सबसे बडी स्मार्टफोन कंपनी के तौर पर सैमसंग को पीछे छोड दिया है. जबकि कोरिया की प्रमुख कंपनी सैमसंग ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह अभी भी शीर्ष पर है.
कैनेलिस की रपट के मुताबिक माइक्रोमैक्स ने भारतीय स्मार्टफोन बाजार में अक्तूबर-दिसंबर 2014 की तिमाही में 22 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सैमसंग को पछाड दिया जिसकी हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है.
हालांकि, सैमसंग ने कैनेलिस की रपट को खारिज करते हुए कहा कि जीएफके के आंकडे के मुताबिक भारतीय स्मार्टफोन बाजार में उसकी बाजार हिस्सेदारी 34.3 प्रतिशत है. यह आंकडा वास्तविक बिक्री आंकडों पर आधारित है और इस तरह वह माइक्रोमैक्स से आगे है.
कैनेलिस के आंकडे को गलत करार देते हुए सैमसंग ने कहा कि बाजार शोध कंपनी जीएफके वास्तविक बिक्री के आंकडे देती है, इसलिए उद्योग इसे तरजीह देते हैं.
सैमसंग इंडिया विपणन उपाध्यक्ष (मोबाइल कारोबार) असीम वारसी ने से कहा, हम कैनेलिस से असहमत हैं. हमें इस आंकड़े की शुद्धता पर भरोसा नहीं है. एक आंकडा उत्पाद निकासी के बारे में है और दूसरा उपभोक्ता बिक्री से जुड़ा है. जीएफके के आंकडे ज्यादा वैज्ञानिक हैं और इससे खुदरा बिक्री जाहिर होती है.
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