सहारा प्रमुख को झटका, बैंक ऑफ अमेरिका ने किसी भी लेन देन से किया इनकार

नयी दिल्ली : सहारा प्रमुख सुब्रत राय की परेशानी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. उनकी जमानत के लिए धन जुटाने के प्रयासों को तब और झटका लगा, जब बैंक ऑफ अमेरिका ने उसके इस दावे को खारिज किया कि वह इस समूह को अमेरिका की एक इकाई की ओर से 2 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2015 3:31 PM

नयी दिल्ली : सहारा प्रमुख सुब्रत राय की परेशानी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. उनकी जमानत के लिए धन जुटाने के प्रयासों को तब और झटका लगा, जब बैंक ऑफ अमेरिका ने उसके इस दावे को खारिज किया कि वह इस समूह को अमेरिका की एक इकाई की ओर से 2 अरब डालर के वित्तीय सहायता पैकेज के सौदे में बैंकर की भूमिका निभा रहा है.

बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के प्रवक्ता ने कहा, हम किसी भी तरह से इस लेनदेन के साथ नहीं जुड़े हैं. बैंक ने यह बात ऐसे समय कही है जब कि सहारा समूह ने कहा था कि सुब्रत राय को जमानत पर छुड़ाने के लिए उसका अमेरिका के मिराक कैपिटल समूह के साथ धन के लिए सौदा हो चुका है. मिराक कैपिटल समूह के बारे में इससे पहले लोगों को अधिक जानकारी नहीं थी. सहारा प्रमुख राय करीब एक साल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं.

उच्चतम न्यायालय के 9 जनवरी के आदेश के अनुसार सहारा समूह के वकील ने न्यायालय की पीठ के समक्ष एक पत्र प्रस्तुत किया था कि बैंक ऑफ अमेरिका के सहारा इंडिया परिवार के नाम भेजे एक संदेश में कहा गया है कि मिराक कैपिटल ग्रुप एलएलसी के निर्देश के तहत 105 करोड़ डालर की राशि अलग कर दी गयी है और यह मिराक कैपिटल और सहारा समूह के बीच किये जा रहे सौदे के लिए यह 20 फरवरी 2015 तक रखी गयी है.

भारतीय मूल के व्यक्ति सारांश शर्मा द्वारा संचालित कंपनी मीराक को इस सबंध में भेजे सवालों का कोई जवाब नहीं मिला. लेकिन अब बैंक ऑफ अमेरिका के बयान से इस घोषित सौदे को लेकर सवाल खड़े हो गये हैं.

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