कानपुर : हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) भारतीय वायुसेना को 14 डोर्नियर लाइट यूटिलीटी एयरक्राफट देंगा. इन्हें पूरी तरह कानपुर एचएएल में ही तैयार किया जायेगा. एयरफोर्स और एचएएल के बीच इस बारे में करार कर लिया गया है. एचएएल कानपुर अब तक 125 डोर्नियर एयरक्राफट बना चुका है जिन्हें रक्षा मंत्रालय के अलावा सेशेल्स और मारीशस जैसे देशों को भी निर्यात किया गया है.
एचएएल कानपुर द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक भारतीय वायुसेना को दिये जाने वाले 14 डोर्नियर लाइट यूटिलीटी एयरक्राफट का निर्माण यहां की परिवहन विमान शाखा में किया जायेंगा तथा उम्मीद है कि चार साल के भीतर ये विमान वायुसेना को सौंप दिये जायें. वायुसेना को इन डोनियर एयरक्राफ्ट के अलावा छह रिजर्व इंजन, फलाइट सिम्युलेटर व अन्य सामग्री की आपूर्ति भी की जायेंगी.
डोर्नियर एक हल्का दोहरा टर्बोप्राप हाईविंग विमान है जिसके काकपिट में दो चालक दल सदस्यों के बैठने के लिये डिजाइन किया गया है. इसका इस्तेमाल सामुद्रिक निगरानी और गश्त, सैनिक परिवहन, प्रदूषण जांच और नियंत्रण, खोज और बचाव, क्षेत्रीय एयरलाइनर एयर टैक्सी, वीआईपी परिवहन, बचाव और एंबुलेंस तथा कार्गो और लाजिस्टिक सहायता के लिये किया जाता है.
बयान के अनुसार डोर्नियर की अधिकतम उडान का वजन 6,400 किलोग्राम है, ईधन क्षमता 2,850 लीटर है. यह छोटे रनवे पर लैंड और टेक ऑफ कर सकता है.
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