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एयरपोर्ट परियोजनाओं में दिलचस्‍पी दिखा रही है टाटा व अडाणी

नयी दिल्ली : टाटा और अडाणी समूह सहित नौ निजी फर्मों ने देश में सार्वजनिक क्षेत्र के चार हवाईअड्डों के परिचालन, प्रबंधन एवं विकास में रुचि दिखायी है. अन्य इच्छुक उद्योग घरानों में जीएमआर, जीवीके, एस्सेल, सीमेन्स, फ्लेमिंगो, आईबीडीएफ ज्यूरिख और कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट शामिल हैं. इस बीच, भारतीय विमानत्तन प्राधिकरण (एएआई) के हजारों कर्मचारियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2015 6:55 PM

नयी दिल्ली : टाटा और अडाणी समूह सहित नौ निजी फर्मों ने देश में सार्वजनिक क्षेत्र के चार हवाईअड्डों के परिचालन, प्रबंधन एवं विकास में रुचि दिखायी है. अन्य इच्छुक उद्योग घरानों में जीएमआर, जीवीके, एस्सेल, सीमेन्स, फ्लेमिंगो, आईबीडीएफ ज्यूरिख और कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट शामिल हैं.

इस बीच, भारतीय विमानत्तन प्राधिकरण (एएआई) के हजारों कर्मचारियों ने चेन्नई, कोलकाता, जयपुर और अहमदाबाद हवाईअड्डों का निजीकरण करने के सरकार के प्रयास के खिलाफ आज देशभर के हवाईअड्डों पर विरोध प्रदर्शन किया. एएआई ने पहले ही इन हवाईअड्डों में 5,000 करोड रुपये निवेश कर रखा है.

एएआई की कर्मचारी यूनियन ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने निजीकरण की अपनी योजना नहीं छोडी तो कर्मचारी हवाईअड्डों का काम ठप कर देंगे. एक सूत्र ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय कंपनियों सहित नौ कंपनियों ने चार हवाईअड्डों के आधुनिकीकरण में रुचि दिखायी है.

इन हवाईअड्डों के लिए एएआई ने पिछले महीने की शुरुआत में पात्रता हेतु अनुरोध (आरएफक्यू) आमंत्रित किया था. उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों ने एएआई से दीर्घकालीन अवधि के लिए रियायत उपलब्ध कराने की मांग की है. एएआई ने आरएफक्यू में 30 साल की अवधि के लिए रियायत देने की बात कही है.

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