जानिये, क्यों जरूर लेना चाहिए क्रेडिट कार्ड !
देश में तकरीबन पिछले पन्द्रह सालों से क्रेडिट कार्ड का प्रचलन धीरे-धीरे तेजी पकड़ने लगा है. अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के तमाम विकसित देशों में तो प्लास्टिक मनी यानी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल और पहले से होने लगा था. लेकिन आज भी देखें तो हमारे देश में क्रेडिट कार्ड लेने से आम लोग हिचकिचाते […]
देश में तकरीबन पिछले पन्द्रह सालों से क्रेडिट कार्ड का प्रचलन धीरे-धीरे तेजी पकड़ने लगा है. अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के तमाम विकसित देशों में तो प्लास्टिक मनी यानी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल और पहले से होने लगा था. लेकिन आज भी देखें तो हमारे देश में क्रेडिट कार्ड लेने से आम लोग हिचकिचाते हैं. उनके मन में क्रेडिट कार्ड को लेकर तमाम तरह के सवाल और शक हैं, जिनकी वजह से वो आज के जमाने में भी इस सुविधा को लेने ने खुद को वंचित बनाए बैठे हैं.
आइये, आज हम आपको क्रेडिट कार्ड से जुड़ीकुछ ऐसी बातें बताते हैं, जिनको जानने के बाद न सिर्फ इसको लेकर आपके मन में पल रहे तमाम शक और सवालों के जवाब मिल जायेंगे बल्कि आप भी इसकी जरूरत और फायदे जानकर जल्द से जल्द इसे पाने की कोशिश करेंगे.
क्या है क्रेडिट कार्ड
क्रेडिट कार्ड बैंकों द्वारा दी जाने वाली एक ऐसी उधार की सुविधा है, जिसमें आप खुद के पास से नकद पैसे खर्च करने की बजाय बैंक की तरफ से आपको दिए गए क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर सकते हैं. क्रेडिट कार्ड के जरिये आप तरह-तरह की खरीदारी और अन्य जरूरी भुगतान कर सकते हैं.
कैसे मिल सकता है क्रेडिट कार्ड
इसे पाने के कई तरीके हैं. आज के दौर में नौकरीपेशा और व्यापार करने वालों के अलावा आम आदमी भी अब क्रेडिट कार्ड की सुविधा पा सकता है. आइये, जानिये आप किस कैटेगरी में आते हैं और क्या करना होगा आपको अपना क्रेडिट कार्ड पाने के लिए.
1. अगर आप नौकरी करते हैं तो आपकी सैलेरी के हिसाब से आप इसे पाने के हकदार होते हैं. इसके लिए आपको क्रेडिट कार्ड पाने के लिए बैंक में आवेदन करना होगा. कुछ बैंकों में ग्राहक को खुद जाकर इसके लिए आवेदन करना पड़ता है, जबकि कई अन्य बैंकों में इस सुविधा को पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. आवेदन के साथ आपको अपनी सैलेरी स्लिप की जरूरत पड़ सकती है. आपकी सैलेरी स्लिप को देखने के बाद बैंक आपके क्रेडिट कार्ड की अधिकतम सीमा का निर्धारण करता है.
2. अगर आप नौकरी नहीं करते फिर भी क्रेडिट कार्ड की सुविधा चाहते हैं तो आपको अपने स्वरोजगार या व्यापार का विवरण बैंक को देना होगा. इसके अलावा बैंक, आपके इनकम टैक्स रिटर्न का ब्यौरा भी मांग सकता है ताकि उसके आधार पर आपकी क्रेडिट लिमिट का निर्धारण किया जा सके.
3. अगर आप नौकरी या व्यापार नहीं करते लेकिन फिर भी क्रेडिट कार्ड की सुविधा चाहते हैं, तो आपको निराश होने की जरूरत नहीं है. आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में बार-बार एटीएम जाकर कैश निकालने के झंझट से हर कोई मुक्ति चाहता है. आपका जिस बैंक में भी अकाउंट है, आप वहां बात कर लें और अपने नाम से उस बैंक में उतनी राशि का फिक्स डिपोजिट खाता खुलवा लें. कई बैंक इसके आधार पर भी अपने ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड की सुविधा देते हैं. आपका फिक्स डिपोजिट बैंक के लिए गारंटी का काम करता है और इसी के बदले में बैंक आपको क्रेडिट कार्ड आबंटित करता है.
क्रेडिट कार्ड से क्या-क्या किया जा सकता है
क्रेडिट कार्ड साथ रखने पर आपको आमतौर पर लगभग सभी मुख्य जगहों पर खरीददारी करते वक्त नकद राशि नहीं देनी पड़ेगी. इसके अलावा आपको अपने डेबिट कार्ड से भी पेमेंट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर भुगतान की राशि सीधे आपके जमा खाते से कटती है लेकिन क्रेडिट कार्ड में ऐसा नहीं होता. यहां भुगतान के पैसे वो बैंक देता है, जिसके क्रेडिट कार्ड से आपने पेमेंट किया है. यानीआपके बचत खाते के पैसे, जस के तस सुरक्षित रहते हैं. अगर आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं और ऑनलाइन शॉपिंग और लेन-देन करते हैं तो आपके लिए इसकी उपयोगिता और ज्यादा बढ़ जाती है. आप अपनी सुविधा के मुताबिक अपनी मनचाही चीज ऑनलाइन पेमेंट करके खरीद सकते हैं, वो भी बिना अपने पॉकेट से नकद खर्च किये बिना. इसके अलावा, आप अपने टेलीफोन, मोबाइल, बिजली जैसी उपभोगता सुविधाओं का बिल भी अपने क्रेडिट कार्ड के जरिये भर सकते हैं. अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम हो या आपकी गाड़ी के इंश्योरेंस का रिन्यूवल, सब कुछ आप अपने क्रेडिट कार्ड से कर सकते हैं. अगर आपको कहीं यात्रा करनी हो और पास में टिकट कटाने को पैसे कम पड़ रहे हों, निश्चिन्त होकर अपने क्रेडिट कार्ड से खुद और अपने परिवार के लिए बस, ट्रेन या हवाई जहाज का टिकट मिनटों में कटा सकते हैं और पैसे बाद में अपनी सुविधा के हिसाब से अपने कार्ड का बिल आने पर चुका सकते हैं.
इमरजेंसी में कैसे मदद करेगा क्रेडिट कार्ड
तत्काल उधार देने की सुविधा के अलावा आपका क्रेडिट कार्ड बदलते वक्त के साथ और ज्यादा मददगार बनता जा रहा है. अगर आपको अचानक कुछ नकद पैसों की जरूरत आ पड़ी है और आपको पता चला कि आपके बैंक अकाउंट में तो इतने पैसे ही नहीं हैं. आप जरूर टेंशन से परेशान हो जायेंगे. आपका क्रेडिट कार्ड आपकी इस परेशानी में बहुत मददगार हो सकता है. आप तुरंत अपने बैंक को फोन लगाकर अपने क्रेडिट कार्ड के आधार पर एक निश्चित राशि तक का लोन सिर्फ एक फोन कॉल करके पा सकते हैं, वो भी बहुत ही मामूली ब्याज दर पर. मान लीजिए आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपये की है, तो इस आधार पर बैंक आपको अपने कार्ड पर इमरजेंसी लोन के लिए 70,000 रुपये लोन लेने की सुविधा देता है. अब अगर आपको 25,000 रुपयों की तत्काल जरूरत है तो आप अपने बैंक को फोन लगाइए और अपनी जरूरत बताइए, महज चंद मिनटों में पैसे आपके खाते में आ जायेंगे. अब आप अपने चुने गए विकल्प में से अपनी सुविधानुसार समयसीमा चुन लें और लिए गए इंस्टेंट लोन को आसान ईएमआई के जरिये चुका दें.इस तरह, ये क्रेडिट कार्ड आपकी पैसों की अचानक आ पड़ी जरूरत भी पूरी करता है.
बिलिंग साइकिल क्या होता है
जब बैंक आपको क्रेडिट कार्ड देता है, तो उसके चालू होने के दिन से ठीक एक महीने बाद तक का समय आपका बिलिंग साइकिल का समय होता है. मान लीजिए, आपका कार्ड किसी महीने की 5 तारीख को चालू हुआ है तो अगले महीने की 6 तारीख को पिछले एक महीने में आपके क्रेडिट कार्ड के जरिये किये गए खर्च का हिसाब जोड़कर इसका बिल बनाया जायेगा. इसके बाद इस बिल को आपके दिए गए पते पर डाक या कूरियर से भेज दिया हयेगा. इसके अलावा इस बिल की जानकारी की सुविधा आपके मोबाइल और ईमेल पर भी मिल सकती है. बिल जारी होने की तारीख से 15 दिनों तक आपको अपने बिल के भुगतान की समयसीमा दी जाती है. इस समय सीमा की आखिरी तारीख तक आपको अपने बिल का भुगतान करना होता है. क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान आप बैंक में चेक के जरिये कर सकते हैं. इसके अलावा अपने बैंक के एटीएम या इंटरनेट बैंकिंग के जरिये भी आप इस बिल का भुगतान कर सकते हैं. अगर आपने आखिरी तारीख तक बिल नहीं जमा किया तो आपको जुर्माने की राशि अदा करनी पड़ेगी.
क्या मेम्बरशिप फी देनी होगी
आमतौर पर लोगों में ऐसी धारणा है कि क्रेडिट कार्ड लेने पर उसका चार्ज देना पड़ता है. पहले ऐसा होता था, लेकिन अब अलग-अलग श्रेणियों और लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बैंकों ने कई ऐसे क्रेडिट कार्ड उपलब्ध किये हैं, जिनके लिए आपको कोई मेम्बरशिप फी या एनुअल चार्ज नहीं देना पड़ता. ये कार्ड अपनी वैधता की अवधि तक मुफ़्त रहते है. आप अपने बैंक से कहकर ऐसा कार्ड चुन सकते हैं, जो लाइफ टाइम फ्री हो.
अगर पूरा बिल न भरा तो क्या होगा
आमतौर पर क्रेडिट कार्ड का उपयोग अपनी आय की सीमा के हिसाब से ही किया जाना समझदारी भरा माना जाता है. आप उतना ही खर्च करें जितना बिल आप अगले महीने भर सकें लेकिन जिंदगी में हर वक्त एक जैसी परिस्थिति नहीं रहती. इसीलिए, आपका क्रेडिट कार्ड आपको इसके बिल के पेमेंट करने के लिए भी विकल्प देता है. मान लीजिए आपका पिछले महीने का बिल 15000 रुपयों का हुआ है और आप इतने पैसे एक साथ नहीं दे सकते. ऐसे में आपके बिल में ही न्यूनतम भुगतान राशि के भुगतान का विकल्प भी रहता है. अगर 15000 के बिल के लिए न्यूनतम भुगतान राशि 2500 रुपये है तो आप महज 2500 रुपये या अपनी इच्छानुसार इससे ज्यादा राशि का भुगतान करके पेनाल्टी से बच सकते हैं. बाकी के बिल पर बैंक आपसे 1.5 – 2.5 प्रतिशत के आस-पास ब्याज लेगा और आप उस राशि को अपने अगले बिल के साथ या धीरे-धीरे करके चुका सकते हैं.
इसके अलावा क्या फायदे देगा ये क्रेडिट कार्ड
ऊपर हमने आपको क्रेडिट कार्ड के जितने फायदे बताये हैं, हमें उम्मीद है, उसे पढ़ने के बाद आपको इसकी खूबी और जरूरत का अहसास हो गया होगा. इन सारी चीजों के अलावा एक और जरूरी बात ये है कि अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का समय पर भुगतान करते हैं, तो बैंक आपको अच्छे ग्राहक की श्रेणी में रखता है. जिसकी वजह से आपको खुद ब खुद अपने क्रेडिट कार्ड पर समय-समय पर नये ऑफर मिलेंगे. आपकी क्रेडिट रेटिंग में सुधार हो जायेगा और बैंक की तरफ से भेजे गए आंकड़ों के हिसाब से आपका सिबिल CIBIL (Credit Information Bureau of India) पॉइंट बढ़ जायेगा जिसकी बदौलत अगली बार आप जब भी किसी बैंक से लोन लेने जायेंगे तो बैंक आपकी अच्छी सिबिल क्रेडिट रेटिंग के आधार पर आपको प्राथमिकता देगा.
समय पर भुगतान करने वाले ग्राहकों का क्रेडिट कार्ड देने वाले बैंक ज्यादा ख्याल रखते हैं और इसी वजह से समय-समय पर आपके क्रेडिट कार्ड पर दी गई अधिकतम लिमिट को आपके अच्छे भुगतान और आय की बढ़ोत्तरी के आधार पर खुद ब खुद बढ़ाते जाते हैं.
अपने कार्ड के आधार पर ही अपने किसी खास का कार्ड भी मुफ़्त में बनवा सकते हैं
इसके अलावा, अगर आप अपना क्रेडिट कार्ड अपने पर्स में लेकर चलते हैं और घर पर आपकी पत्नी को जरूरी खरीददारी करनी है या बच्चों की फीस जमा करनी है, ऐसे में बैंक आपको ऐड ऑन कार्ड बनवाने की सुविधा भी देते हैं. यानि आपके क्रेडिट कार्ड की दी गई सीमा के अंदर ही आप अपनी पत्नी या अपने परिवार के किसी खास सदस्य के नाम से एक और कार्ड बनवा सकते हैं. इसका बिल आपके बिल के साथ जोड़कर आपको भेजा जायेगा. अब बिना अपनी छुट्टी और काम का नुकसान किये हुआ आप अपने परिवार के लिए ऐड ऑन कार्ड बनवा कर अपनी झंझटों से मुक्ति पा सकते हैं.
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