लंदनः वैश्विक बैंकिंग समूह एचएसबीसी कथित कर चोरी, मनी लांड्रिंग व गैर-कानूनी सीमापारीय बैंकिंग को बढावा देने के मामले में कई देशों की जांच का सामना कर रहा है. उसे भारतीय कर विभाग ने समन किया है.बैंक ने कहा कि कई अन्य देशों के कर विभागों द्वारा भी उसकी जांच की जा रही है. यह जांच मुख्य रुप से उसकी स्विट्जरलैंड की बैंकिंग इकाई में कथित अनियमितता के लिए हो रही है. एचएसबीसी पर इसके लिये भारी जुर्माना तथा अन्य जब्ती आदि की कार्रवाई हो सकती है.
ब्रिटेन के बैंक ने अलग से कहा कि उसे अमेरिका और अन्य विभागों से भी समन व सूचना के लिए आग्रह मिला है. इसमें एचएसबीसी की भारत में कंपनी के कुछ अमेरिका स्थित ग्राहकों के बारे में सूचनाएं मांगी गई हैं. यह मामला अमेरिका में कथित तौर पर अमेरिकी कर कानून में उल्लंघन का सामना कर रहे कुछ एनआरआई के बारे में है.
हाल में एचएसबीसी के स्विस बैंकिंग इकाई में एक लाख खाताधारकों की सूची लीक हुई है, जिसमें 1,195 भारतीयों के नाम हैं. उसके बाद भारत व कई अन्य देशों के अधिकारियों ने जांच शुरु की है जिससे यह पता लगाया जा सके कि क्या इन खातो में कालाधन जमा है.
एचएसबीसी की आज प्रकाशित रिपोर्ट में इस मामले की ताजा जानकारी दी गई है. इसमें एचएसबीसी ने कहा है कि वह संबंधित अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहा है. उसने इसके साथ ही कहा है कि यह संभव है कि कर प्रशासन के अलावा नियामकीय या विधि प्रवर्तन एजेंसियां भी उसके खिलाफ जांच का दायरा बढा सकती हैं.
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