रुपये की स्थिरता विदेशी मुद्रा भंडार पर निर्भर : बीओए-एमएल
मुंबई : डालर के मुकाबले रपया निकट भविष्य में 58 से 62 के स्तर पर बना रह सकता है और यह तभी स्थिर होगा जब भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सुधरेगा.विदेशी ब्रोकर कारोबारी बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने यह बात कही. बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच :बीओए-एमएल: ने कहा, ‘‘हमारे हिसाब से डालर के […]
मुंबई : डालर के मुकाबले रपया निकट भविष्य में 58 से 62 के स्तर पर बना रह सकता है और यह तभी स्थिर होगा जब भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सुधरेगा.विदेशी ब्रोकर कारोबारी बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने यह बात कही. बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच :बीओए-एमएल: ने कहा, ‘‘हमारे हिसाब से डालर के मुकाबले रपया 58 से 62 के स्तर पर रह सकता है.’’
विदेशी कोष 22 मई से लगातार बांड तथा शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे है. इससे देश का विदेशी मुद्रा भंडार घटा है और यह इतना रह गया है जिससे सात महीने का आयात पूरा हो सके. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने उस समय से अब तक 65,000 करोड़ रुपये घरेलू बाजार से निकाल लिये हैं.
डालर के मुकाबले घरेलू मुद्रा कल 60.88 रुपये प्रति डालर पर बंद हुई.इससे पहले, 6 अगस्त को कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रपया 61.80 रुपये प्रति डालर के स्तर पर चला गया था और बाद में 61.30 पर बंद हुआ. चालू वित्त वर्ष में अब तक रपया 12 प्रतिशत से अधिक नीचे आ चुका है.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘हमारा मानना है कि जब तक रिजर्व बैंक के पास विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति नहीं सुधरेगी, रपया स्थिर नहीं होगा…’’बीओए-एमएल ने उम्मीद जतायी कि सरकार तथा रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने के लिये अगले सप्ताह कुछ नीतिगत उपायों की घोषणा कर सकते हैं. बाह्य वाणिज्यिक उधारी :ईसीबी: को उदार बनाने, एफसीएनआरबी जमा दरों को बढ़ाने तथा सार्वजनिक उपक्रमों के बांड जारी किये जाने से 5 से 10 अरब डालर जुटाये जा सकते हैं.
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