नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि अगले वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर बढकर 8 से 8.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी और आगे के वर्षों में यह दो अंक में होगी. लोकसभा में वित्त वर्ष 2015-16 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘वृद्धि दर 2015-16 में 8 से 8.5 फीसदी के बीच रहने का अनुमान है.
दो अंक की वृद्धि दर हासिल करना जल्द व्यावहारिक होगा.’ केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) ने हाल में जीडीपी की वृद्धि दर के गणना के आधार वर्ष को 2011-12 कर दिया है. इसके अनुसार 2013-14 में वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जबकि 2014-15 में यह 7.4 प्रतिशत रहेगी.
संसद में कल पेश आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि वृद्धि दर को सुधार, कच्चे तेल के निचले दाम, मुद्रास्फीति में गिरावट की वजह मौद्रिक नीति में नरमी और 2015-16 में सामान मानसून के अनुमान से वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.