नीतिगत दर में कटौती कारोबार के लिए अच्छी, बढेगी मांग : राजस्व सचिव
नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक की मुख्य दर में कटौती का फैसला कारोबार के लिए अच्छा है. इससे आवास और उपभोक्ता ऋण को प्रोत्साहन मिलेगा. यह बात राजस्व सचिव शक्तिकांत दास ने आज कही. उन्होंने कहा ‘रिजर्व बैंक द्वारा मुख्य दरों में कटौती स्वागतयोग्य कदम है. यह व्यावसाय, उद्योग और आम नागरिकों के लिए अच्छा […]
नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक की मुख्य दर में कटौती का फैसला कारोबार के लिए अच्छा है. इससे आवास और उपभोक्ता ऋण को प्रोत्साहन मिलेगा. यह बात राजस्व सचिव शक्तिकांत दास ने आज कही. उन्होंने कहा ‘रिजर्व बैंक द्वारा मुख्य दरों में कटौती स्वागतयोग्य कदम है. यह व्यावसाय, उद्योग और आम नागरिकों के लिए अच्छा है जो बैंकों से आवास और अन्य तरह के ऋण लेना चाहते हैं.’
दास ने कहा ‘सरकार ने प्रगतिशील और वृद्धि केंद्रित बजट पेश कर अपना काम कर लिया है. आरबीआई ने मुख्य दर में कटौती कर इसका प्रत्युत्तर दिया और अब कारोबार, उद्योग और जनता की बारी है कि वे इसका अधिक से अधिक फायदा उठाएं.’ मुद्रास्फीति में नरमी और सरकार के राजकोषीय पुनर्गठन के खाके से उत्साहित भारतीय रिजर्व बैंक ने आज मुख्य नीतिगत दर (रेपो) को 0.25 प्रतिशत घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया.
मौद्रिक नीति समीक्षा से हटकर होने वाली यह इस तरह की दूसरी कटौती है. रिजर्व बैंक ने आज कहा कि नकदी समायोजन सुविधा के तहत रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर तुरंत प्रभाव से 7.5 प्रतिशत कर दिया गया है. हालांकि, केंद्रीय बैंक ने नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को 4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है.
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