न्यूयार्क: भेदिया कारोबार के मामले में दो साल की जेल की सजा काट रहे भारतीय मूल के अमेरिकी कार्पोरेट प्रबंधक और गोल्डमैन साक्स के पूर्व निदेशक रजत गुप्ता ने अमेरिका की एक अदालत में नई अर्जी दाखिल की है जिसमें उन्हें दोषी ठहराए जाने के आदेश को पलटने की मांग की गई है.
गुप्ता का दावा है कि सरकारी वकील यह साबित करने में नाकाम रहा कि सूचनाएं देने से उन्हें कोई व्यक्तिगत लाभ हुआ था.आईआईटी खडगपुर और हार्वर्ड में शिक्षा प्राप्त करने वाले 66 वर्षीय प्रमुख गुप्ता कंसल्टेंसी कंपनी मैकिंजी के प्रमुख रह चुके हैं उन्होंने अपनी ताजा अर्जी में मेनहट्टन की संघीय अदालत से अपनी सजा खत्म करने, अपने खिलाफ जारी आदेश खारिज करने और जेल से छोडने की मांग की है.गुप्ता ने अपनी याचिका में कहा कि सरकार ने यह साबित नहीं कर सकी है कि उन्हें गोल्डमैन साक्स की गोपनीय सूचनाएं हेज फंड संस्थापक और अरबपति मित्र राज राजरत्नम को देने के बदले कोई व्यक्तिगत लाभ हुआ है.
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