सेवा क्षेत्र की वृद्धि 18 महीने के न्यूनतम स्तर पर

नई दिल्ली : भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले महीने डेढ़ साल के न्यूनतम स्तर पर आ गई। इस पर कच्चे माल, पेट्रोल और मजदूरी के बढ़ने का असर पड़ा है. वित्तीय सेवा कंपनी एचएसबीसी इंडिया ने सेवा क्षेत्र की कंपनियों के प्रबंधकों के बीच सर्वेक्षण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:34 PM

नई दिल्ली : भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले महीने डेढ़ साल के न्यूनतम स्तर पर आ गई। इस पर कच्चे माल, पेट्रोल और मजदूरी के बढ़ने का असर पड़ा है.

वित्तीय सेवा कंपनी एचएसबीसी इंडिया ने सेवा क्षेत्र की कंपनियों के प्रबंधकों के बीच सर्वेक्षण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है. इसके मुताबिक सेवा उद्योग में निजी क्षेत्र की कंपनियों ने अप्रैल,13 में सात महीने की सबसे कम नियुक्ति की। कंपनियों को आने वाले महीनों में हालात सुधरने की उम्मीद जताई है.

इस मामले में एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट उत्पादन सूचकांक अप्रैल में गिरकर 50.5 पर आ गया जो मार्च में 51.4 पर था.

रपट में कहा गया ‘‘ताजातरीन आकलन से संकेत मिलता है कि गतिविधियां आंशिक रुप से बढ़ी हैं हालांकि अक्तूबर 2011 से अब तक की सबसे धीमी रफ्तार है.’’ सर्वे रपट के अनुसार यह आंकड़ा भारत में सेवा क्षेत्र में नाम मात्र भर का सुधार दर्शाता है. यह अक्तूबर 2011 के बाद इस क्षेत्र की न्यूनतम वृद्धि है.

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