दबाव में अमेरिकी बाजार, 0.25 फीसदी तक गिरा
बुधवार को अमेरिकी बाजारों में गिरावट दर्ज की गयी. फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने की संभावना को लेकर अमेरिकी शेयर बाजरों में कल भारी गिरावट देखी गयी. यह गिरावट 0.25 फीसदी तक दर्ज की गयी. यूरो के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के 12 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. अन्य मुद्राओं की अपेक्षा डॉलर […]
बुधवार को अमेरिकी बाजारों में गिरावट दर्ज की गयी. फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने की संभावना को लेकर अमेरिकी शेयर बाजरों में कल भारी गिरावट देखी गयी. यह गिरावट 0.25 फीसदी तक दर्ज की गयी. यूरो के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के 12 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया.
अन्य मुद्राओं की अपेक्षा डॉलर में आ रही लगातार तेजी और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने के समय को लेकर बाजार में अबाव साफ नजर आ रहा है. लगातार डॉलर के मजबूत होने से ऐसी आशंका बन गयी है कि अमेरिकी कंपनियों को विदेशों से होने वाली आय में असर ना पड़े.
अनुमान से बढ़कर बेहतर रोजगार के आंकड़े के बाद फेडरल रिजर्व समय से पहले ब्याज दरों में इजाफा करने की संभावना प्रबल हो गयी है. जिससे अर्थव्यवस्था में नकदी के प्रवाह पर असर पड़ सकता है.
कल के कारोबरी सत्र के दौरान डाउ जोन्स 27.55 अंक यानी 0.16 फीसदी फिसलकर 17,635 के स्तर पर पहुंच गया. नैस्डैक में 0.2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. वहीं एसएंडपी 500 करीब 4 अंक लुढ़ककर 2,040 के स्तर पर बंद हुआ.
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