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जीपी हिंदुजा को जेटली ने प्रदान किया एनआरआइ फाउंडेशन अवार्ड
लंदन: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कारोबार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उद्योगपति जी.पी. हिंदुजा को एनआरआइ फाउंडेशन अवार्ड प्रदान किया है.हिंदुजा समूह के सह-अध्यक्ष को 10 विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक उपस्थिति स्थापित करने एवं ब्रिटेन व भारत में परोपकारी कार्य के लिए यह सम्मान दिया गया. जेटली ने कल रात अवार्ड समारोह […]
लंदन: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कारोबार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उद्योगपति जी.पी. हिंदुजा को एनआरआइ फाउंडेशन अवार्ड प्रदान किया है.हिंदुजा समूह के सह-अध्यक्ष को 10 विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक उपस्थिति स्थापित करने एवं ब्रिटेन व भारत में परोपकारी कार्य के लिए यह सम्मान दिया गया. जेटली ने कल रात अवार्ड समारोह में कहा ‘भारत और ब्रिटेन के बीच साझेदारी ब्रिटेन में रह रहे 15 लाख भारतीयों से और मजबूत हुई है जो इस भूमि पर आए और इसे अपनाया.
ये लोग आज एक विशेष स्थिति में हैं. ये इस देश में बहुत ताकतवर हैं और इन्हें ब्रिटिश व भारतीय दोनों होने का गौरव है.’ एनआरआइ फाउंडेशन अवार्ड के अन्य विजेताओं में कमल होती और ब्रिटेन सरकार की ओर से भारत के लिए सौदे कराने वाले अल्पेश पटेल शामिल हैं.‘भारत में निवेश के अवसर’ पर अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के एक समूह को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि नयी सरकार की प्राथमिकता भारतीय अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता में सुधार लाना है.
उन्होंने कहा ‘हम करों को तर्कसंगत बनाने, कर की दरें घटाने एवं एक अनुकूल व निष्पक्ष कराधान प्रणाली पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. हमारे समक्ष रुपरेखा बहुत स्पष्ट है. हम भारत में काफी निवेश चाहते हैं और इसलिए हम धीरे धीरे उस दिशा में सुधार कर रहे हैं.’
पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए उन्होंने जोर दिया कि स्पेक्ट्रम और कोयला ब्लाक आबंटन घोटाले जैसी चीजें बीते जमाने की बात हो गई हैं. ‘यदि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सही रास्ते पर होते तो संकट कभी भी पैदा नहीं हुआ होता, लेकिन उस दौरान असहाय जैसी धारणा थी.
कोयला के संबंध में उन्होंने सत्ता संभालने के कुछ ही महीनों के भीतर नीलामी प्रक्रिया की घोषणा की थी, लेकिन दस सालों तक वह इसे आगे बढाने में असमर्थ रहे. हम कैसे इस तरह की व्यवस्था कायम रहने दे सकते हैं.’
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