रुपये में कमजोरी: पाकिस्तान से आयात घटाया व्यापारियों ने
चंडीगढ़: डालर की तुलना में रुपये में कमजोरी का असर अट्टारी वाघा सीमा मार्ग से पाकिस्तान से आयात पर भी पड़ा है और घाटे से आशंकित व्यापारी अब कम जिंस मंगवा रहे हैं. रुपये में कमजोरी के कारण आयातकों को सूखे मेवे, सीमेंट तथा जिप्सम आदि के आयात में घाटे का सामना करना पड़ रहा […]
चंडीगढ़: डालर की तुलना में रुपये में कमजोरी का असर अट्टारी वाघा सीमा मार्ग से पाकिस्तान से आयात पर भी पड़ा है और घाटे से आशंकित व्यापारी अब कम जिंस मंगवा रहे हैं. रुपये में कमजोरी के कारण आयातकों को सूखे मेवे, सीमेंट तथा जिप्सम आदि के आयात में घाटे का सामना करना पड़ रहा है.
अमृतसर स्थित फेडरेशन आफ ड्राई फ्रूट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मेहरा ने कहा, डालर की तुलना में रुपये में कमजोरी के चलते हम आयात के नये आर्डर करने से डर रहे हैं. केंद्र के प्रयासों के बावजूद रुपये में गिरावट के कारण हमें नहीं पता कि भुगतान के समय रुपये की दर क्या होगी।सूखे मेवों के आयात का नया सीजन शुरु होने के बावजूद आयातकों ने रुपये में कमजोरी को देखते हुए मात्र में 80 प्रतिशत से अधिक की कमी की है.
अट्टारी वाघा सीमा मार्ग पर भारत व पाकिस्तान के बीच वित्तीय लेन देन अमेरिकी मुद्रा में होता है. एक आयातक के अनुसार व्यापारी पाकिस्तान से 1000 करोड़ रुपये मूल्य के सूखे मेवे, सीमेंट, जिप्सम तथा रसायन का आयात करते हैं.एक अन्य आयातक जसपाल सिंह ने कहा, पाकिस्तान से आने वाले ट्रकों की संख्या घटकर 30-40 ट्रक प्रतिदिन रह गई है जो सामान्यत: 70-80 ट्रक होती है.
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