इस महीने विनिर्माण क्षेत्र में अच्छी तेजी का संकेत दे रहा है एसबीआइ कंपोजिट सूचकांक
नयी दिल्ली : इस बार मार्च माह में महीने दर महीने और सालाना दोनों आधार पर उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी इसका अनुमान विनिर्माण गतिविधियों के लिए विकसितएसबीआइमिश्रित सूचकांक से संकेत मिलता है. मास वार तुलना मेंएसबीआइकंपोजिट सूचकांक मार्च 2015 में बढ कर 58.5 पर पहुंच गया जबकि यह फरवरी 2015 में एक माह पहले […]
नयी दिल्ली : इस बार मार्च माह में महीने दर महीने और सालाना दोनों आधार पर उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी इसका अनुमान विनिर्माण गतिविधियों के लिए विकसितएसबीआइमिश्रित सूचकांक से संकेत मिलता है.
मास वार तुलना मेंएसबीआइकंपोजिट सूचकांक मार्च 2015 में बढ कर 58.5 पर पहुंच गया जबकि यह फरवरी 2015 में एक माह पहले की तुलना में घट कर 47.6 पर चला गया था. इस तरह मार्च में विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में मास दर मास तुलना में पिछले 48 महीने सबसे की सबसे तेज वृद्धि का संकेत मिलता है.
मासिक आधार वाला यह सूचकांक जनवरी 2015 में 52.6 था. एसबीआइ ने एक अनुसंधान पत्र में कहा ‘महीने दर महीने के लिहाज से हुए सुधार का श्रेय मौसमी तत्वों को दिया जा सकता है क्यों मार्च में अक्सर गतिविधि तेज होती है.’
इसी तरह वार्षिक आधार पर विनिर्माण क्षेत्र पर केंद्रित एसबीआई मिश्रित सूचकांक मार्च 2015 में 54.6 प्रतिशत रहा जबकि फरवरी 2015 में यह 53.5 प्रतिशत था. यह छह माह का सबसे अच्छा आंकडा बताया जा रहा है.
एसबीआइ ने इस सूचकांक की शुरुआत दिसंबर 2014 में की की थी. इसे 0 से 100 अंक के पैमाने पर रखा गया है. 50 से उपर का आंकडा वृद्धि और उससे नीचे का आंकडा संकुचन का संकेत माना जाता है. यह सूचकांक सरकारी आंकडों के दो माह पूर्व जारी किया जाता है.
सरकार ने अभी पिछले सप्ताह जनवरी 2010 का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक जारी किया. जनवरी,2015 में औद्योगिक वृद्धि दर 2.6 प्रतिशत थी.
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