नयी दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एस एस मुंदडा ने आज उम्मीद जतायी कि बैंक ब्याज दर घटाएंगे क्योंकि केंद्रीय बैंक ने बहुत जल्दी-जल्दी दो बाद नीतिगत दर (रेपो) में कटौती कर चुका है. उन्होंने यहां एक समारोह में संवाददाताओं से अलग से कहा, ‘आरबीआई ने बहुत कम समयावधि में दो बार रेपो दर (जिस दर पर वह बैंकों को अल्पकालिक उधार देता है) में कटौती की है. उसे उम्मीद है कि वे इसका फायदा उपभोक्ताओं को देंगे.’
रिजर्व बैंक ने पहले इस साल जनवरी से रेपो दर में दो बार में 0.50 प्रतिशत की कटौती कर चुका है. लेकिन बैंकों ने अब तक इसका फायदा अपने ग्राहकों को नहीं दिया है. मुख्य दर में पिछली कटौती चार मार्च को हुई जबकि आरबीआई ने रेपो दर 7.75 प्रतिशत से घटाकर 7.50 प्रतिशत कर दिया.
यह पहल मुद्रास्फीति में नरमी बरकरार रहने के बीच और वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा आम बजट पेश किए जाने के कुछ दिनों बाद हुई जिसमें उन्होंने घोषणा की कि सरकार राजकोषीय घाटे को सीमित करने के वायदे पर कायम है. इस बीच बैंकों ने कहा है कि वे ब्याज दर घटाने से पहले आरबीआई की सात अप्रैल को होने वाली मौद्रिक नीति की द्वैमासिक समीक्षा तक इंतजार करेंगे.
बैंक आफ इंडिया के अध्यक्ष वी आर अय्यर ने कहा था ‘अप्रैल आने दीजिए, आरबीआई की नीतिगत पहल को देखने के बाद बैंक ब्याज दर पर विचार कर सकते हैं. हम ब्याज 0.10 से लेकर 0.25 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं.’
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