नयी दिल्ली : रक्षा क्षेत्र में घरेलू विनिर्माण कार्यों को बढावा देने के लिए रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने आज कहा कि वह जल्दी ही एक नीति लेकर आएंगे जिसके तहत कुछ सामानों के आयात पर प्रतिबंध होगा. उन्होंने कहा ‘मुझे कोई वजह नजर नहीं आती कि हमें निर्यात क्यों नहीं करना चाहिए क्योंकि जिन उत्पादों में हमारी विशेषज्ञता है उनका हम बहुत आयात नहीं करते. हम ऐसी नीतियों के बारे में सोच रहे हैं जिसके जरिए भारत के रक्षा क्षेत्र में कुछ उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगाया जा सके और यह हमारी नीति का हिस्सा होगा.’
मंत्री ने कहा कि यह नीति सभी संबद्ध पक्षों से बात करने के बाद धीरे-धीरे आकार ले रही है. उन्होंने यहां एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा ‘हमें उम्मीद है कि हम यह नीति जल्दी ही लेकर आएंगे.’ सरकार रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ पहल को आगे बढा रही है क्योंकि वह इस क्षेत्र में विदेशी सामान पर 60 प्रतिशत की निर्भरता को कम करना चाहती है. सरकार एक नयी रक्षा खरीद नीति लेकर आएगी जिसमें कुछ पहलों और नयी प्रक्रियाएं शामिल होंगी ताकि मेक इन इंडिया को वास्तविक रूप दिया जा सके.
मसौदा तैयार हो चुका है और इसे फिलहाल उद्योग समेत विभिन्न संबद्ध पक्षों को भेजा जा चुका है. पार्रिकर ने कहा कि देश को रक्षा उत्पादों के निर्यात पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है. उनका विचार है कि निर्यात से विभिन्न देशों को अप्रत्यक्ष रुप से इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने में मदद मिल सकती है. अपने मंत्रालय के सामने विभिन्न मुद्दों और चुनौतियों के बारे में उन्होंने कहा ‘रातों-रात कुछ नहीं होता. एक प्रणाली है जिसमें जंग लग गया है. आज रक्षा मंत्रालय में ऐसी चीजें हैं जिसमें जंग लग चुका है.’
उन्होंने कहा ‘मैं एक तरह की प्रणाली लेकर आ रहा हूं. थोडा और समय दीजिए. निकट भविष्य में हमें इन मुद्दों को सुलझा लेना चाहिए जो प्रक्रियात्मक प्रणाली को प्रभावित कर रहे हैं. कुछ चीजें बरकरार रह सकती हैं. हम आगे सुधार के लिए बातचीत कर सकते हैं. कोई भी चीज पूर्ण नहीं हैं.
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