नयी दिल्ली : भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के निदेशक मंडल के साथ बजट बाद की अपनी पहली बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज अर्थव्यवस्था और पूंजी बाजार की स्थिति की समीक्षा की. इसके अलावा वित्त मंत्री ने जिंस बाजार नियामक वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) के सेबी में विलय के लिए क्षमता निर्माण तथा अन्य ढांचागत जरुरतों पर चर्चा की.
सेबी के निदेशक मंडल के सदस्यों को संबोधित करने के बाद जेटली ने बताया कि उन्होंने नियामक से संबंधित अन्य मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया. इसमें बजट में नये प्रस्तावों के मद्देनजर नियामक के कामकाज तथा आगे की रुपरेखा शामिल है. एफएमसी के सेबी में विलय के बारे में पूछे जाने पर वित्त मंत्री ने कहा कि विचार विमर्श में यह मुद्दा भी शामिल रहा. जेटली ने बजट में इसका प्रस्ताव किया है.
वित्त मंत्री ने सेबी बोर्ड के साथ परंपरागत बजट पश्चात बैठक के बाद कहा, सेबी में क्षमता निर्माण पर विचार विमर्श हुआ. इसमें विषय की जानकारी से संबंधित क्षमता के अलावा ढांचागत जरुरत के मुद्दे शामिल हैं. बैठक में वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, सेबी के चेयरमैन यू के सिन्हा व सेबी बोर्ड के सदस्य शामिल हुए.
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