1 अप्रैल से महंगी होगी रेल से ढुलाई, लोगों पर बढ़ेगा बोझ

नयी दिल्ली: माल ढुलाई से 4,000 करोड रुपये का अतिरिक्त राजस्व जुटाने के लक्ष्य के तहत रेलवे ने विभिन्न जिंसों का मालभाडा बढा दिया है. आगामी 1 अप्रैल से अनाज, दालों, यूरिया, कोयला व सीमेंट की रेल से ढुलाई महंगी होने जा रही है. रेल बजट 2015-16 में मालढुलाई में बढोतरी का प्रस्ताव किया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2015 3:26 PM

नयी दिल्ली: माल ढुलाई से 4,000 करोड रुपये का अतिरिक्त राजस्व जुटाने के लक्ष्य के तहत रेलवे ने विभिन्न जिंसों का मालभाडा बढा दिया है. आगामी 1 अप्रैल से अनाज, दालों, यूरिया, कोयला व सीमेंट की रेल से ढुलाई महंगी होने जा रही है. रेल बजट 2015-16 में मालढुलाई में बढोतरी का प्रस्ताव किया गया है.

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल बजट में हालांकि यात्री किरायों में बढोतरी नहीं की है, लेकिन मालभाडे में औसतन 3.2 फीसद की वृद्धि की गई है. इसका सीधा असर आवश्यक जिंसों के ग्राहकों के अलावा इस्पात व अल्युमीनियम उद्योग पर पडेगा.

अगले वित्त वर्ष से अनाज, दालों और यूरिया की ढुलाई 10 प्रतिशत महंगी होगी. वहीं कोयले की ढुलाई की दरों में 6.3 प्रतिशत, सीमेंट में 2.7 प्रतिशत तथा स्क्रैप व पिग आयरन पर ढुलाई में 3.1 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव है. रेलवे ने 2015-16 में 118.6 करोड टन मालढुलाई का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. चालू वित्त वर्ष में यह 110.5 करोड टन है.
इसके अलावा प्रभु ने लौह अयस्क व इस्पात पर ढुलाई में 0.8 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव किया है. बिटुमन तथा कोलतार पर ढुलाई में 3.5 प्रतिशत का इजाफा किया गया है. अगले वित्त वर्ष में रेलवे की मालढुलाई से आमदनी 1,21,423 करोड रुपये रहने का अनुमान है. चालू वित्त वर्ष में इसके 1,06,927 करोड रुपये रहने का अनुमान है.

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