इन्फोसिस के बाद, टीसीएस और दूसरी कम्पनियां भी बढ़ा सकती हैं सैलेरी

नयी दिल्ली : देश के आईटी सेक्टर के लिए साल 2015 खुशियोंवाला हो सकता है. आईटी सेक्टर में कर्मचारियों की तनख्वाह बढ़ने की खबर चर्चा में है. इस कड़ी में सबसे पहले इन्फोसिस की तरफ से पहल की गई है. देश की दूसरी सबसे बडी साफ्टवेयर सेवा कंपनी इन्फोसिस ने ऐलान किया है कि वित्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2015 3:53 PM

नयी दिल्ली : देश के आईटी सेक्टर के लिए साल 2015 खुशियोंवाला हो सकता है. आईटी सेक्टर में कर्मचारियों की तनख्वाह बढ़ने की खबर चर्चा में है. इस कड़ी में सबसे पहले इन्फोसिस की तरफ से पहल की गई है.

देश की दूसरी सबसे बडी साफ्टवेयर सेवा कंपनी इन्फोसिस ने ऐलान किया है कि वित्त वर्ष 2015-16 में इन्फोसिस अपने भारतीय कर्मचारियों को 6.5 से 9 प्रतिशत की वेतनवृद्धि देगी. कंपनी के बयान के अनुसार भारत में इन्फोसिस में काम कर रहे कर्मचारियों का वेतन 1 अप्रैल से बढ़ जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, औसतन कर्मचारियों के वेतन में 6.5 फीसदी की बढोतरी होगी. जबकि चुनिंदा कर्मियों को 9 फीसदी तक की बढोतरी मिल सकती है. कंपनी में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को ही 9 प्रतिशत की वेतनवृद्धि मिलेगी. वहीं ऑनसाइट कर्मचारियों को दो प्रतिशत की वेतनवृद्धि मिलेगी. कंपनी प्रवक्ता ने इस खबर की पुष्टि की है.
पिछले साल कंपनी ने भारत में अपने कर्मचारियों को 6 से 8 प्रतिशत की वेतनवृद्धि दी थी. वहीं आनसाइट कर्मचारियों को एक से दो प्रतिशत की वृद्धि की गयी थी. विशाल सिक्का के पिछले साल अगस्त में कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पदभार संभालने के बाद यह पहली वेतनवृद्धि है.
सिक्का के नेतृत्व में कंपनी ने अपने कर्मचारियों को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. दिसंबर तिमाही में कर्मचारियों को 100 प्रतिशत वैरिएबल बोनस भुगतान किया गया है.
इन्फोसिस की तरफ से वेतन वृद्धि की खबर के बाद, ऐसी संभावनाएं हैं कि देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस भी अपने कर्मचारियों की वेतन वृद्धि करने वाली है. आईटी क्षेत्र के जानकारों के मुताबिक, इन्फोसिस की तर्ज पर टीसीएस में भी तकरीबन 8-10 प्रतिशत की वेतन वृद्धि हो सकती है. टीसीएस अमूमन अप्रैल-जून की तिमाही के दौरान अपनी वेतन वृद्धि की घोषणा करती है. इन्फोसिस की घोषणा के बाद अब देश के आईटी क्षेत्र में काम करने वालों की निगाहें टीसीएस की घोषणा पर जैम गई हैं.
हालांकि, पिछले साल टीसीएस ने अपने कर्मचारियों के लिए 10 प्रतिशत तय वेतन वृद्धि की घोषणा की थी. जानकारों के मुताबिक, वेतन वृद्धि की घोषणा कंपनियों के कामकाजी प्रदर्शन पर निर्भर है, जिसमें तिमाही आधार पर कंपनी को काम के मिले ऑर्डर के अलावा मांग की निरंतरता या कमी पर भी निर्भर करता है. इन्फोसिस की तरह ही टीसीएस ने भी कंपनी की चौथी तिमाही की वृद्धि दर और नतीजों को लेकर थोड़ी शंका जतायी है.
देश की दो दिग्गज कंपनियों इन्फोसिस और टीसीएस में वेतन वृद्धि की घोषणा के बाद ऐसा अंदाजा है कि विप्रो, कॉग्निजेंट समेत अन्य कंपनियों पर भी इसका दबाव पड़ेगा और ऐसे में अगर दूसरी कम्पनियां भी अपने कर्मचारियों की तनख्वाह बढ़ाये जाने को लेकर सकारात्मक पहल करती हैं तो देश के आईटी उद्योग के लिए ये सुखद बात होगी.

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