नयी दिल्ली : कोटक महिंद्रा बैंक और आइएनजी वैश्य बैंक के विलय को रिजर्व बैंक की मंजूरी मिल गयी है. इस तरह विलय के बाद यह देश का निजी क्षेत्र का चौथा सबसे बडा बैंक होगा. कोटक महिंद्रा बैंक ने आरबीआइ की मंजूरी का उल्लेख करते हुए एक बयान में कहा ‘विलय (कोटक महिंद्रा बैंक और आइएनजी वैश्य बैंक) एक अप्रैल 2015 से प्रभावी होगा.’
विलय प्रस्ताव को आरबीआइ से मंजूरी कल मिल गयी. विलय के बाद सभी मूर्त-अमूर्त आस्तियां कोटक महिंद्रा बैंक को हस्तांतरित की जाएंगी. विलय के बाद बनी इकाई में अब 1,214 शाखाएं होंगी और इसका नेटवर्क पूरे भारत में फैला है.
आइएनजी वैश्व में करीब 10,000 कर्मचारी थे जबकि कोटक में करीब 29,000 कर्मचारी हैं. कोटक महिंद्रा और आइएनजी वैश्य के 15,000 करोड रुपये इस विलय प्रस्ताव को प्रतिस्पर्धा आयोग से फरवरी में मंजूरी मिली.
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