IRCTC की वल्ले वल्ले, एक दिन में बेचे रिकॉर्ड 13 लाख 50 हजार टिकटें
नयी दिल्ली : रेल मंत्रलय के टिकट रिजर्वेशन संबंधी नये नियम लागू होने के पहले ही दिन आरआरसीटीसी ने रिकॉर्ड टिकट बेचे. पहली अप्रैल को इस वेबसाइट पर 13.45 लाख टिकटों की बुकिंग हुई. इस नियम के लागू होने से पहले औसतन एक दिन में पांच लाख टिकटें ही आइआरसीटीसी पर बिकती थीं. यानी रेलवे […]
नयी दिल्ली : रेल मंत्रलय के टिकट रिजर्वेशन संबंधी नये नियम लागू होने के पहले ही दिन आरआरसीटीसी ने रिकॉर्ड टिकट बेचे. पहली अप्रैल को इस वेबसाइट पर 13.45 लाख टिकटों की बुकिंग हुई. इस नियम के लागू होने से पहले औसतन एक दिन में पांच लाख टिकटें ही आइआरसीटीसी पर बिकती थीं. यानी रेलवे के महज एक फैसले से आइआरसीटी का कारोबार ढाई गुणा बढ गया. इस कारण रेलवे के पास बडी मात्र में लिक्विड मनी होगी, जिसका वह बहुत सारे कार्यो में उपयोग कर सकेगी. हालांकि वेबसाइटों पर विजिटरों के बढने से वेबसाइट स्लो भी रही.
रेलवे व यात्रियों दोनों को फायदा
इस बार रेल बजट में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने घोषणा की थी कि इस साल पहली अप्रैल से रेलवे के टिकट 120 दिन पहले बुक हो सकेंगे. इसमें ताज एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस व विशेष रेलगाडियां अपवाद हैं. रेल मंत्रलय के इस नये कदम से रेलवे को नकदी प्राप्त होगी, जबकि यात्री दीर्घकालिक रेल यात्रओं के लिए पहले ही टिकट बुक करा सकेंगे. रेलवे को उम्मीद है कि इससे टिकटों की कालाबाजारी पर लगाम लग सकेगा.
अब दुधारु गाय बनेगी आइआरसीटीसी
जब ममता बनर्जी रेलमंत्री थी तो उस समय यह चर्चा जोर शोर से शुरू हुई थी कि क्या सरकार आइआरसीटीसी को बंद करने जा रही है. उसके कार्य प्रदर्शन पर सवाल उठाये जा रहे थे. हालांकि ममता बनर्जी ने ऐसा नहीं किया और आइआरसीटीसी की सेवा जारी रही. अब रेल मंत्रलय आइआरसीटीसी को दुधारु गाय बनाने वाली है. सरकार इस वेबसाइट का अपग्रेड करने पर 90 से 100 करोड रुपये खर्च कर रही है, ताकि इसकी ट्रांजेक्शन क्षमता बढ सके. अभी प्रति मिनट 20 हजार टिकटों की बुकिंग की इसकी क्षमता है, जिसे 72 टिकट प्रति मिनट करने का लक्ष्य रखा गया है.
ई कॉमर्स वेबसाइट के रूप में विकास
सरकार आइआरसीटीसी का विकास इ कॉमर्स वेबसाइट के रूप में करने जा रही है. ई कॉमर्स के जानकारों के अनुसार, हालांकि अब भी इ कॉमर्स का 80 प्रतिशत कारोबार रेल, हवाई व अन्य यात्रओं के टिकट व सेवा बुकिंग का है, जबकि सामान खरीद की हिस्सेदारी मात्र 20 प्रतिशत है. लेकिन, आने वाले दिनों में सामान की खरीद बढेगी, इसलिए बडी कंपनियों इसमें कूद कर रही हैं और दूसरे प्रमुख स्टार्टअप में निवेश कर रही हैं. आइआरसीटीसी को वस्तुओं की बिक्री का भी माध्यम बनाया जा रहा है और इस मामले में फिल्पकार्ट व अमेजन को टक्कर देने की कोशिश की जा रही है.
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