मुंबई: डालर के मुकाबले रुपया में तेज गिरावट के चलते घरेलू इस्पात कंपनियों को निकट भविष्य में अपने उत्पादों के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं. रुपया कमजोर होने से कोकिंग कोल जैसे कच्चे माल की लागत बढ़ रही है.
विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि इस्पात कंपनियां लागत बढ़ोतरी का पूरा बोझ ग्राहकों पर नहीं डाल सकेंगी क्योंकि बाजार में मांग सुस्त बनी हुई है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, रुपया में गिरावट के चलते कोकिंग कोल की कीमतें करीब 1,000 रपये प्रति टन तक बढ़ चुकी हैं. इस्पात कंपनियां कोकिंग कोल का आयात करती हैं. एंजेल ब्रोकिंग के वरिष्ठ विश्लेषक (धातु व खनन) भावेश चव्हाण ने कहा, ‘‘ रुपया में गिरावट के चलते बढ़ी हुई लागत का बोझ पूरी तरह से ग्राहकों पर डालना संभव नहीं होगा क्योंकि मांग कमजोर बनी हुई है.’’
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