भारत में इंट्री करना चाहती है चीनी ई-कामर्स कंपनी अलिबाबा
नयी दिल्ली : भारत में ई-कामर्स के बढ़ते क्रेज को देखते हुए विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों की नजर भारत पर टिक गयी है. चीनी ई-कॉमर्स कंपनी अलिबाबा भी भारत में व्यापार करना चाहती है. इसके लिए अलिबाबा देशी ई-कॉमर्स कंपनियों के अधिग्रहण पर विचार कर रही है. दुनिया की सबसे बड़ी खुदरा रिटेलर कंपनी ऐसी ई-कामर्स […]
नयी दिल्ली : भारत में ई-कामर्स के बढ़ते क्रेज को देखते हुए विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों की नजर भारत पर टिक गयी है. चीनी ई-कॉमर्स कंपनी अलिबाबा भी भारत में व्यापार करना चाहती है. इसके लिए अलिबाबा देशी ई-कॉमर्स कंपनियों के अधिग्रहण पर विचार कर रही है. दुनिया की सबसे बड़ी खुदरा रिटेलर कंपनी ऐसी ई-कामर्स कंपनियों की तलाश में हैं जिसके सबसे ज्यादा ग्राहक हैं और सबसे बड़ा मर्चेंट नेटवर्क है.
अलिबाबा ऐसी कंपनियों की तलाश में है जिससे ग्राहकों का अनुभव सुधारने और उत्पादों एवं सेवाओं की श्रृंखला में विस्तार में मदद मिल सकती है. फिलहाल अलिबाबा के भारत में कुल चार कार्यालय हैं.
दुनिया की सबसे बड़े नेटवर्क वाली ई कॉमर्स कंपनी अलिबाबा ने बिजनेस टू बिजनेस के तहत भारत के छोटे और मध्यम उपक्रमों को अपने सामनों की बिक्री करने के लिए वैश्विक बाजार प्रदान कर रही है. वहीं अलिबाबा ने भारत में छोटे व्यवसायों मसालों से लेकर चॉकलेट और चायों की बिक्री के लिए मंच मुहैया करा रही है.
अलिबाबा की प्रवक्ता ने कहा कि ‘हमारी निवेश प्रक्रिया में नवोन्मेषी उत्पादों और प्रौद्योगिकियों के विकास में उद्यामियों को मदद करना भी शामिल है.’ बाजार सूत्रों के अनुसार अलिबाबा की प्रमुख रणनीति अल्प और मध्यम अवधि में वैश्विकरण करने की योजना शामिल है ताकि पूरी दुनिया की छोटी कंपनियों के साथ मिलकर काम किया जा सके.
उन्होंने बताया कि फिलहाल कई छोटी कंपनियों से बात की जा रही है ताकि इन्हें मिलाकर एक विशाल मंच कानिर्माण किया जा सके. भारत में इस वक्त ईकामर्स क्षेत्र में काम कर रही बड़ी कंपनियों में फिल्पकार्ट, स्नैपडील और अमेजन हैं.
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