अगले पांच सालों में कोयला आयात पूरी तरह समाप्त करेगी एनटीपीसी
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की विद्युत उत्पादन कंपनी एनटीपीसी ने अगले पांच साल में कोयला आयात पूरी तरह समाप्त करने की योजना पर काम कर रही है. कंपनी अपनी जरुरतों के लिये कोल इंडिया से मिलने वाले कोयले और खुद की खदानों से उपलब्ध ईंधन से अपना काम चलायेगी. उल्लेखीय है कि एनटीपीसी देश […]
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की विद्युत उत्पादन कंपनी एनटीपीसी ने अगले पांच साल में कोयला आयात पूरी तरह समाप्त करने की योजना पर काम कर रही है. कंपनी अपनी जरुरतों के लिये कोल इंडिया से मिलने वाले कोयले और खुद की खदानों से उपलब्ध ईंधन से अपना काम चलायेगी.
उल्लेखीय है कि एनटीपीसी देश में कोयले की खपत करने वाले बडी कंपनियों में से एक है. एनटीपीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अरुप राय चौधरी ने एक साक्षात्कार में कहा, हमारा लक्ष्य कोयला आयात को शून्य पर लाना है और कोल इंडिया से प्राप्त कोयले और अपनी खदानों के कोयले से ही बिजली उत्पादन करेंगे.
कोयला आयात पूरी तरह समाप्त करने की समय सीमा के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, आप कह सकते हैं कि पांच साल में यह लक्ष्य पूरा होगा. उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी ने अपनी ईंधन सुरक्षा की मजबूती के लिये कोयला खनन क्षेत्र में भी कदम रखा है. कंपनी को ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ में 10 कोयला ब्लाक आबंटित किये गये हैं. एनटीपीसी ने मार्च में समाप्त वित्त वर्ष में 1.60 करोड टन कोयला आयात किया जबकि इससे पिछले वर्ष 2013-14 में उसका आयात एक करोड टन रहा.
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