मुंबई : मॉर्गन स्टेनली ने अनुमान लगाया हे कि इस साल मुद्रास्फीति की दर पांच प्रतिशत से नीचे आ जाएगी. उसने कहा है कि भारत दीर्घावधि की ऊंची टिकाऊ वृद्धि व कम मूल्य की दिशा में अग्रसर है.
मॉर्गन स्टेनली के चेतन आहया ने एक नोट में कहा, मुद्रास्फीति के परिदृश्य को लेकर हम अधिक आशावादी हैं. हमारा अनुमान है कि खुदरा मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर तक 4.75 प्रतिशत पर आ जाएगी. हालांकि, अन्य लोग इसके 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगा रहे हैं.
हमें उम्मीद है कि वृद्धि भी रफ्तार पकडेगी, लेकिन मुद्रास्फीतिक दबाव में बढोतरी की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण वेतन वृद्धि इस साल जनवरी में नौ साल के निचले स्तर 5.5 प्रतिशत पर आ गई है. वित्त वर्ष 2012-13 में यह 20 प्रतिशत थी.
मॉर्गन स्टेनली ने यह अनुमान कई अनुकूल कारकों के आधार पर लगाया है जो खुदरा मुद्रास्फीति को प्रभावित करते हैं. इन कारकों में वेतन वृद्धि, राजकोषीय नीति, वृद्धि मिश्रण, वास्तविक ब्याज दरें व वैश्विक स्तर पर जिंसों के दाम आते हैं.
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