IFSC के जरिये दक्षेस में पुनर्बीमा का केंद्र बन सकता है भारत”
गांधीनगर : यहां गिफ्ट सिटी में भारत के प्रथम अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आइएफएससी) से भारी उम्मीद जताते हुए बीमा नियामक इरडा के प्रमुख टी.एस. विजयन ने कहा कि यह भारत को अरबों डालर के पुनर्बीमा खंड में एक अग्रणी देश बना सकता है. यहां महात्मा मंदिर में ‘भारत में आइएफएससी के लिए नियामकीय ढांचा’ […]
गांधीनगर : यहां गिफ्ट सिटी में भारत के प्रथम अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आइएफएससी) से भारी उम्मीद जताते हुए बीमा नियामक इरडा के प्रमुख टी.एस. विजयन ने कहा कि यह भारत को अरबों डालर के पुनर्बीमा खंड में एक अग्रणी देश बना सकता है. यहां महात्मा मंदिर में ‘भारत में आइएफएससी के लिए नियामकीय ढांचा’ विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत दक्षेस देशों का पुनर्बीमा का केंद्र बन सकता है.
विजयन ने कहा, ‘भारतीय बीमा उद्योग बहुत बडा है क्योंकि हर साल चार लाख करोड रुपये बीमा प्रीमियम के तौर पर संग्रह किया जाता है. इसमें से 7,300 करोड रुपये विदेश में पुनर्बीमा कंपनियों को भुगतान किया जाता है क्योंकि हमारे पास क्षमता नहीं है. वैश्विक स्तर पर, पुनर्बीमा प्रीमियम के तौर पर हर साल 220 अरब डालर संग्रह किया जाता है. पुनर्बीमा का कारोबार इस स्तर का है.’
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