जल्द ही एकीकृत उर्जा नीति लाएगा नीति आयोग
नयी दिल्ली : सौर, पवन, गैस और कोयला आधारित उर्जा की भारी मांग को पूरा करने के लिए नीति आयोग जल्द ही एक एकीकृत नीति पेश करेगा. सरकार के ‘थिंक टैंक’ नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविन्द पनगढिया ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘हमारे पास एक राष्ट्रीय उर्जा नीति होगी. हम इस बारे में विभिन्न […]
नयी दिल्ली : सौर, पवन, गैस और कोयला आधारित उर्जा की भारी मांग को पूरा करने के लिए नीति आयोग जल्द ही एक एकीकृत नीति पेश करेगा.
सरकार के ‘थिंक टैंक’ नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविन्द पनगढिया ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘हमारे पास एक राष्ट्रीय उर्जा नीति होगी. हम इस बारे में विभिन्न मंत्रालयों में अपने सहयोगियों से बातचीत कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की राष्ट्रीय उर्जा नीति के लिए बिजली, कोयला एवं पेट्रोलियम मंत्रालय से सलाह मशविरा किया जाएगा.
देश में सौर, पवन, गैस एवं कोयला जैसे विभिन्न स्रोतों से बिजली उत्पादन बढाने के उद्देश्य से सरकार इस प्रकार की एकीकृत उर्जा नीति बना रही है.
इस समय देश में सभी स्रोतों की कुल बिजली उत्पादन की स्थापित क्षमता 2,50,000 मेगावाट है, जबकि व्यस्त समय में बिजली की कमी करीब 3.6 प्रतिशत है.
सरकार ने 2022 तक अक्षय उर्जा स्रोतों से कुल 1,75,000 मेगावाट बिजली उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है. इसमें से 1,00,000 मेगावाट क्षमता सौर उर्जा से हासिल करने का लक्ष्य है.
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